Joshimath Sinking : उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते हर क्षण खतरा बना हुआ है। 600 से अधिक परिवारों के अस्तित्व पर खतरा बना हुआ है। जोशीमठ में लोग दहशत में जिंदगी बिताने के लिए मजबूर हैं। कई घरों और सड़कों , सरकारी इूारतों होटलो, और प्राचीन शंकराचार्य आश्रम में दरार आ गई । जोशीमठ के मकानों, खेतों, सड़कों, और जमीन में दरारे आ रही हैं। ये दरारें चौड़ी और गहरी होती जा रही हैं। पल पल बदलते हालात की वजह से आपदा प्रभावित इलाकों में रहने वाले हजारों परिवारों को पुनर्वास केंद्रों में ले जाया जा रहा है।वहां से सैकड़ों परिवारों को सुरक्षित जगह पर पहुंचने का सिलसिला जारी है।
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जोशीमठ को ‘सिंकिंग जोन’ घोषित किया गया है। केंद्र सरकार भी इस मामले पर नजर बनाए हुए है। एनडीआरएफ की मदद से कई परिवारों को इलाके से सुरक्षित निकाला गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी से इस मामले पर फोन पर बात की थी। जोशीमठ नगर में भू-धंसाव की बढ़ती समस्या को देखते हुए गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने जोशीमठ में एनडीआरएफ दल की तैनाती के निर्देश दिए हैं।
जोशीमठ भारत-चीन सीमा के करीब स्थित है। यहां से सड़क नीति घाटी की ओर जाती है, जो सीमावर्ती इलाका है।