लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले प्रदेश की सियासत में बड़े बदलाव होने के संकेत मिलने लगे हैं। पिछड़ों की नाराजगी दूर करने के लिए संगठन डिप्टी सीएम केशव मौर्य को फिर से बड़ी जिम्मेदारी दे सकता है। इसको लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। दरअसल, यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के बाद से पिछड़ों ने पार्टी से दूरी बनाई है, जिसका नतीजा पंचायत चुनाव में भी देखने को मिला है।
पढ़ें :- देश के युवा कारोबारी रोहन मीरचंदानी की 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत, एपिगैमिया के थे सह संस्थापक
पंचायत चुनाव में पार्टी उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं जीत पाई है। इसको देखते हुए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व में मंथन चल रहा है। सूत्रों की माने तो जून के पहले सप्ताह के बाद तक योगी मंत्रिमंडल के साथ पार्टी में कई बड़े बदलाव दिख सकते हैं। सूत्र ये बता रहे हैं कि योगी सरकार के चार साल के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्य के बीच खींचतान की खबरें भी खूब चलीं।
इसको लेकर मीडिया से लेकर विपक्ष तक ने सवाल उठाए थे। हालांकि, पार्टी की तरफ से इसको पूरी तरह से खारिज कर दिया गया। वहीं, यूपी विधानसभा चुनाव के करीब आते ही एक बार फिर से मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चाएं शुरू हो गयीं हैं।
एके शर्मा को लेकर भी चर्चा
एके शर्मा को लेकर भी चर्चा है कि जल्द ही उन्हें योगी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। बताया जा रहा है कि उन्हें डिप्टी सीएम बनाया जायेगा। हालांकि, अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, केशव मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं जोरों पर हैं।