Lakhimpur Violence: लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में हुई हिंसा के मामले में अब नया मोड़ आया है। SIT की जांच में अब नया खुलासा हुआ है। एसआईटी ने जांच में पाया कि ये घटना पूरी सोची समझी साजिश थी। वहीं, अब इस मामले में आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ धाराएं बढ़ा दी गई हैं।
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वहीं, अब केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) समेत 14 आरोपियों पर अब गैर इरदातन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा। सभी आरोपियों पर जानबूझकर प्लानिंग करके अपराध करने का आरोप है। एसआईटी ने IPC की धाराओं 279, 338, 304 A को हटाकर 307, 326, 302, 34,120 बी,147, 148,149, 3/25/30 लगाई हैं।
आज आरोपियों की कोर्ट में पेशी होनी है। बता दें कि, एसआईटी (SIT) ने अपनी जांच में पाया कि आरोपियों ने प्लानिंग के तहत ये घटना की है। वहीं, एसआईटी (SIT) जांच के बाद आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) पर शिकंजा कसना तय माना जा रहा है। हालांकि, घटना के बाद आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) का दावा था कि वापे घटना के समय वहां पर नहीं थे। अब जांच में एक के बाद एक अहम सबूत मिलने लगे हैं।
ये थी पूरी घटना
बता दें कि, बीते तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के तिकुनिया में प्रदर्शन के दौरान किसानों को गाड़ी से कुचल दिया गया था। इस घटना के बाद कई वीडियो सामने आए थे, जिसमें साफ दिख रहा था कि किसान आराम से जा रहे थे, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार कर उन्हें कुचलते हुए आगे बढ़ती गयी। इस घटना में चार किसानों समेत आठ लोगों की जान गई थी। हिंसा के कई दिनों के बाद आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को 9 अक्टूबर कई घंटों की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।