मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से चल रहा सियासी ड्रामा सोमवार को खत्म हो गया है। एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद व देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। इसी बीच विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन आज बहुमत परीक्षण की कार्यवाही के बीच एकनाथ शिंदे के पक्ष में 164 वोट पड़े हैं। उन्होंने बहुमत हासिल कर लिया है। हालांकि, इसका औपचारिक एलान होना बाकी है। वहीं विपक्ष की ओर से मतदान शुरू हो गया है। महाराष्ट्र विधानसभा में वोटिंग के दौरान कुछ हंगामा भी हुआ। यहां जब विधायक प्रताप सरनायक ने शिंदे सरकार के सपोर्ट में वोट किया। तब उद्धव गुट ने ED-ED के नारे लगाये।
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शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ ने शिंदे सरकार के समर्थन में वोट किया। संतोष ने आज ही उद्धव का दामन छोड़कर शिंदे गुट को ज्वाइन किया है। इसके अलावा Peasants and Workers Party of India के श्याम सुंदर शिंदे ने भी एकनाथ शिंदे सरकार के पक्ष में वोट किया है।
वहीं सरकार के विपक्ष में 99 वोट पड़े हैं। दूसरी तरफ फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव गुट की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शिंदे को शिवसेना विधायक दल के नेता और गोगावले को चीफ व्हिप के तौर पर मान्यता मिल गई है। अब उद्धव गुट के 16 विधायक जिनमें उनके बेटे आदित्य ठाकरे भी शामिल हैं, उन पर शिंदे सरकार के समर्थन में वोट डालने का प्रेशर है। अगर वे ऐसा नहीं करते तो उन पर एक्शन लिया जा सकता है।
विधानसभा में वोट देते हुए कांग्रेस विधायक कैलास गोरंट्याल (Kailas Gorantyal) ने कहा किअब तक 56 (उनका वोट गिनकर)। उन्होंने आगे कहा कि राजनीति में पहले साम, दाम, दंड, भेद जरूरी था। लेकिन अब ईडी, सीबीआई और गवर्नर जरूरी है। इस पर शिंदे गुट ने एतराज जताया है।
विपक्ष के चार विधायक वोट नहीं डाल पाये। इसमें कांग्रेस के अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार और NCP के अन्ना बंसोडे, संग्राम जगताप शामिल हैं। ये चारों लेट हो गये थे। फिर इनको सदन के अंदर नहीं जाने दिया गया।