Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. Masik Shivratri 2022: नए साल की पहली मासिक शिवरात्रि 1 जनवरी को है, जानें मुहूर्त एवं महत्व

Masik Shivratri 2022: नए साल की पहली मासिक शिवरात्रि 1 जनवरी को है, जानें मुहूर्त एवं महत्व

By अनूप कुमार 
Updated Date

Masik Shivratri 2022: भागवान भोले नाथ की पूजा अर्चना के लिए मासिक शि्वरात्रि व्रत रखा जाता है। यह व्रत कृष्ण पक्ष के दौरान चतुर्दशी तिथि के दिन रखा जाता है। पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ प्रारम्भ 01 जनवरी को प्रात: 07 बजकर 17 मिनट से हो रहा है। नए साल में मासिक शिवरात्रि 1 जनवरी 2022 को मनाई जाएगी। मान्यता के अनुसार इस दिन महादेव का व्रत रखने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। कठिन से कठिन काम भी बन जाते हैं। शिवरात्रि की रात में जागरण करने और शिव पूजन का विशेष महत्व है। यहां जाने तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

पढ़ें :- Mahakumbh 2025 :  कुंभ के प्रथम स्नान में शिखर पर सनातन आस्था,अखिल भारतीय संत समिति और अखाड़ा परिषद ने सनातन समाज को दी बधाई

पौष, कृष्ण चतुर्दशी
प्रारम्भ – 07:17 ए एम, जनवरी 01
समाप्त – 03:41 ए एम, जनवरी 02

इस भागवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए उनकों प्रिय वस्तुएं उनकों अर्पित करनी चहिए। भागवान भोलेनाथ के प्रतीक, शिवलिंग पर गंगा जल, दूध, घी, शहद, दही, सिंदूर, चीनी, गुलाब जल आदि चढ़ाकर अभिषेक करना चाहिए। अभिषेक करते समय शिव मंत्र का जाप करें। चंदन लगाएं और धतूरा, बेल पत्र और धूप जलाएं। दीपक जलाएं और नैवेद्य अर्पित करें। इसके बाद शिव चालीसा, शिव पुराण और शिव मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करें। शिव आरती करें और भगवान से गलती की क्षमा याचना करें।

इस दिन व्रत रखने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। इस व्रत में व्यक्ति को अपने अवगुणों का त्याग करना होता है। इस व्रत को करके देवी-देवताओं ने मनचाहा वरदान पाया है।

पढ़ें :- Sakat Chauth Vrat 2025 : सकट चौथ का व्रत भगवान विघ्न हर्ता को समर्पित होता है , यहां जानिए पूरा नियम
Advertisement