मथुरा। मथुरा-वृंदावन नगर निगम (Mathura-Vrindavnagar Municipal Corporation) पर भ्रष्टाचार का सनसनीखेज आरोप लगा है। इसको लेकर समाजसेवी प्रदीप बनर्जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने आरेाप लगाया है कि कूड़ों के निस्तारण के लिए नगर निगम ने जिस कंपनी को काम दिया है, उसके पास काम करने का कोई अनुभव नहीं है। उन्होंने इस मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है।
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समाजसेवी प्रदीप बनर्जी (Social worker Pradeep Banerjee) ने प्रेस कॉफ्रेंस करते हुए मथुरा-वृंदावन नगर निगम टेंडर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि, करीब सात करोड़ के टेंडर में भ्रष्टाचार किया गया है। आरोप है कि दया चरण एंड कंपनी दिल्ली के नगर निगम को केवल मशीन सप्लाई करती है, उनको कूड़ा निस्तारण का काम दे दिया गया है। आरोप है कि इस कंपनी ने फर्जी तरीके से अनुभव प्रमाण पत्र समेत अन्य दस्तावेज के जरिए इस काम को हासिल किया है। समाजसेवी ने मांग की है कि इस टेंडर में भ्रष्टाचार करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाए।
टेंडर को किया जाए कैंसिल
समाजसेवी की मांग है कि सात करोड़ के इस टेंडर में भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार में शामिल लोगों पर कार्रवाई करते हुए इस कूड़ा निस्तारण काम के लिए योग्य कंपनी को इसका काम दिया जाए। आरोप है कि फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनाकर दया चरण एंड कंपनी ने इस काम को अधिकारियों की मिलीभगत से हासिल किया है।
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