South Korea: अंतरराष्ट्रीय चेतावनियों (international warnings) को ताक पर रखते हुए उत्तर कोरिया (North Korea)आनी सैन्य ताकत का दिखावा कर रहा है। उत्तर कोरिया एक के बाद एक मिसाइल परीक्षण (missile test)कर रहा है। उत्तर कोरिया की इस हरकत को लेकर कई देशों ने चिंता जताई है।
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खबरों के अनुसार, सोमवार सुबह दक्षिण कोरिया की ओर से बताया गया कि उत्तर कोरिया ने ईस्ट सी (सागर) की ओर दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। जिसके बाद अब दक्षिण कोरिया ने भी पानी के भीतर प्रक्षेपित अपने पहले मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि मून ने देश में निर्मित पनडुब्बी प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल (submarine-launched ballistic missile) यानी एसएलबीएम के बुधवार दोपहर को किए गए परीक्षण को देखा है।
कार्यालय ने कहा कि मिसाइल को 3,000 टन श्रेणी की पनडुब्बी से प्रक्षेपित मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य पर पहुंचने से पहले पूर्व में निर्धारित की गई दूरी को तय किया (South Korea Missile Test)। दक्षिण कोरिया पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने बिना परमाणु हथियार होते हुए इस मिसाइल का परीक्षण किया है। अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस, उत्तर कोरिया और भारत सहित एसएलबीएम का परीक्षण या विकसित करने वाले अन्य देशों ने आमतौर पर उन्हें परमाणु हथियार ले जाने के लिए डिजाइन किया है।
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद जापान ने बयान जारी कर मिसाइल प्रक्षेपण को ‘अपमानजनक’ बताया और कहा कि यह क्षेत्र की ‘शांति और सुरक्षा के लिए खतरा’ है. देश के प्रधानमंत्री योशिहिदो सुगा ने कहा है, ‘यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्लंघन है (Japan on North Korea Missile Test)। हम अपने नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए अमेरिका, दक्षिण कोरिया और अन्य संबंधित देशों के साथ मिलकर काम करेंगे।’ जापान ने ये भी कहा कि वो क्षेत्र में स्थिति की निगरानी करता रहेगा।