नई दिल्ली। नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख (National Conference chief) व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने सोमवार को कहा कि मैं केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)से इस विचार से सहमत हूं कि भारत का विभाजन (Division of India) एक ऐतिहासिक भूल (Historical Mistake) थी। फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि इसका खामियाजा भारतीय मुसलमानों (Indian Muslims) को भुगतना पड़ रहा है। भारत-पाक लड़ाई धार्मिक तनाव को बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि अगर यह केवल एक राष्ट्र होता तो इसे टाला जा सकता था ।
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फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने दावा किया कि इसका नुकसान सिर्फ कश्मीरियों को ही नहीं, बल्कि पूरे देश के मुसलमानों को भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा कि अगर यह मुल्क एक होता तो ताकत भी रहती, मुश्किलें भी नहीं पैदा होती और देश में भाईचारा भी रहता।
मोदी सिर्फ एक धर्म के नहीं पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं
काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण और वाराणसी में आयोजित भव्य कार्यक्रम पर मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मुबारक हो, यह अच्छी बात है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी को दूसरों धर्मो को भी तवज्जो देनी चाहिए क्योंकि वो सिर्फ एक धर्म के नहीं पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं। भारत में बहुत सारे धर्म है। हिंदू और हिंदुत्व को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कोई धर्म बुरा नहीं होता है, इंसान बुरे होते हैं। उन्होंने कहा कि वो उम्मीद करेंगे कि हिंदू असली हिंदू बने और अपने धर्म का पालन करें।