नई दिल्ली। पूरे देश में एक जुलाई गुरुवार को National Doctors Day मनाया जा रहा है। इस मौके पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कई कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस खास मौके पर मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों को संबोधित कर रहे हैं।
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इसी बीच डॉक्टर्स डे के मौके पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने डॉक्टरों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने डॉक्टरों पर चोरी का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने शिक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। इस मौके पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत के ऐसे बयान से विवाद बढ़ सकता है।
हिंदी अखबार दैनिक भास्कर के मुताबिक राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि कोरोनाकाल में नकली इंजेक्शन-दवाइयां बेची गईं, ऑक्सीजन चोरी हुई। ये सब अनपढ़ किसान या मजदूरों ने नहीं किया बल्कि पढ़े-लिखे डॉक्टर-इंजीनियर और डिग्रीधारियों ने किया। पाप, बेईमानी, भ्रष्टाचार पढ़े-लिखे लोगों द्वारा किया जा रहा है, तो फिर इस डिग्री और पढ़ाई-लिखाई का क्या मतलब है?
बता दें कि साल 2019 में आचार्य देवव्रत को गुजरात का राज्यपाल बनाया गया था। इससे पहले वह करीब चार साल तक हिमाचल के राज्यपाल थे। उन्होंने हिमाचल के राजभवन में ब्रिटिश काल से निभाई जा रही रस्मों पर रोक लगाई और राजभवन में हवन यज्ञ करवाने की नई रिवायत शुरू की थी। उनके इस कदम की उन दिनों जमकर सराहना हुई थी।
केंद्र सरकार ने साल 1991 में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाने की शुरुआत की थी। देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. विधानचंद्र राय को सम्मान देने के लिए ये दिन मनाया जाता है। उनका जन्मदिवस और पुण्यतिथि दोनों ही 1 ही जुलाई को होती है। इस दिन डॉक्टरों के अहमियत के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है।