काठमांडू। नेपाल की राजनीति में एक बार फिर से सियासी पारा बढ़ गया है। नेपाल के कार्यवाह पीएम केपी शर्मा ओली की कम्युनिस्ट पार्टी से हटा दिया गया है। इसके साथ ही उनकी सदस्यता भी रद्द कर दी गयी है।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्प्लिन्टर समूह के प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठ के हवाले से इसकी पुष्टि की है। बता दें कि ओली के खिलाफ पार्टी में काफी समय से बगावत के सुर बुलंद हो रहे थे।
गौरतलब है कि, इससे पहले एनसीपी के अलग गुट के नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने शुक्रवार को राजधानी काठमांडो में एक बड़ी सरकार विरोधी रैली निकाली थी।
इस रैली में उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली द्वारा संसद को अवैध तरीके भंग किए जाने से देश की संघीय लोकतांत्रिक प्रणाली के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ओली ने नेपाल के संवधिन की मर्यादा के खिलाफ काम किया।