लखनऊ। योगी सरकार (Yogi Government) अभी तक दो जिलों के जिलाधिकारियों को निलंबित कर चुकी है। इसके बाद अब अगला नंबर किसका? इसको लेकर सत्ता के गलियारों में चर्चा तेज है। इसी बीच औरैया के डीएम के निलंबन के बाद इटावा लोकसभा सीट (Etawah Lok Sabha seat) से बीजेपी सांसद डॉ .रामशंकर कठेरिया (BJP MP Dr. Ramshankar Katheria) ने ट्वीट कर अब इटावा की डीएम श्रुति सिंह की भी जांच कराए जाने की मांग की है। उन्होंने ट्विटर व फेसबुक पर औरैया के डीएम सुनील वर्मा को निलंबित पर सीएम की सराहना संग उन्हें महाभ्रष्ट लिखा है।
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बीजेपी सांसद ने ही औरेया डीएम के खिलाफ सीएम को पत्र भी लिखा था, जिस पर उनके खिलाफ जांच हुई। रामशंकर कठेरिया ने कहा कि जिस तरह की कार्रवाई औरैया के डीएम के लिए की गई है। उसी तरह की कार्रवाई इटावा की डीएम के लिए भी अमल में लाए जाने की जरूरत है। बता दें कि प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद की ओर से डीएम के खिलाफ जांच की मांग से खलबली मच गयी है।
सांसद की नाराजगी हल्के में ली
सांसद डाॅ. राम शंकर कठेरिया (MP Dr. Ramshankar Katheria)ने चुनाव के पूर्व शासन में औरैया के डीएम सुनील वर्मा की शिकायत की थी। उन्होंने उल्लेख किया था कि जालौन रोड से प्रतिदिन एक हजार ओवरलोड ट्रक पास होते हैं, जिनसे वसूली कराई जाती है। आरोप लगाए कि डीएम की खनन माफिया से सांठगांठ है।
जनप्रतिनिधियों के सम्मान को लेकर भी सांसद की शिकायत थी। उन्होंने लिखा कि डीएम के चैंबर में बैठे रहते हैं और जनप्रतिनिधि बाहर इंतजार करते रहते हैं। जिला पंचायत चुनाव में उन पर विपक्षी नेताओं के संपर्क में रहने का आरोप लगा था। सांसद का यह गोपनीय पत्र कुछ माह बाद वायरल हो गया था।
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इटावा की डीएम श्रुति सिंह (DM Shruti Singh) 2006 बैच की छत्तीसगढ़ कैडर की आईएएस अधिकारी हैं। वे वर्ष 2018 में इंटर कैडर प्रतिनियुक्ति (ICD) के तहत उत्तर प्रदेश आई थीं। इसके बाद से वे कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं। बीजेपी सांसद कठेरिया ने करप्शन का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एक्शन की मांग सीएम योगी (CM Yogi) से की है। साथ ही डीएम की सम्पत्ति की जांच भी किए जाने की अपील की है। बता दें कि इटावा मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव का गृह जिला है, जहां से कठेरिया सांसद निर्वाचित हुए हैं।
छत्तीसगढ़ में रमन सिंह भी हुए थे नाराज
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी श्रुति सिंह से नाराज हुए थे। मार्च 2018 में रमन सिंह गरियाबंद जिले में लोक सुराज अभियान के तहत देवभोग विकासखंड में एक समाधान शिविर में भाग ले रहे थे। इस दौरान तत्कालीन सीएम के समक्ष राजस्व संबंधी शिकायतें आईं। इस पर उन्होंने तत्कालीन डीएम श्रुति सिंह से जवाब तलब किया। श्रुति सिंह शिकायतों पर कोई ठोस जवाब नहीं दे पाईं। इससे रमन सिंह नाराज हो गए और उन्होंने डीएम को हटाने का फैसला ले लिया।
तीन साल की प्रतिनियुक्ति पर आईं यूपी
मार्च 2018 में श्रुति सिंह तीन साल की प्रतिनियुक्ति पर यूपी आई थीं। मार्च 2021 में उनकी प्रतिनियुक्ति को दो साल के लिए बढ़ा दिया गया। श्रुति सिंह के पिता झांसी में पूर्व आयुक्त थे। उनके पति सेना छावनी लखनऊ में तैनात हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से उनकी पदोन्नति का परफॉर्मा यूपी सरकार के नियुक्ति विभाग को भेजा गया। इसके बाद उन्हें सचिव सह आयुक्त स्तर पर प्रोन्नत किया गया था। बाद में उन्हें इटावा का डीएम बनाकर भेजा गया। अब उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप सामने आ गए हैं।