नई दिल्ली। प्रयागराज में पुलिस कस्टडी (Police Custody) में अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder Case) पर मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Shankaracharya of Jyotishapeeth Swami Avimukteshwaranand) ने अब कोर्ट की भूमिका पर ही सवाल उठाए हैं। शंकराचार्य ने कहा कि अतीक-अशरफ (Atiq-Ashraf) दोनों ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। कोर्ट ने आश्वासन दिया था कि पुलिस आपकी सुरक्षा करेगी। इसके बाद भी दोनों की हत्या कर दी गई। कोर्ट को इस मामले में खुद संज्ञान लेना चाहिए था। अभी तक कोर्ट ने नहीं लिया है। ऐसे में तो कोर्ट से लोगों का भरोसा ही उठ जाएगा।
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शंकराचार्य ने सवाल किया कि अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder Case) का कोर्ट ने क्यों संज्ञान नहीं लिया? शंकराचार्य ने कहा कि कोर्ट के ऊपर विश्वास करके अतीक यूपी आया था। उसने आशंका व्यक्त की थी कि यूपी में मेरी हत्या हो सकती है। कोर्ट ने आश्वासन दिया था कि आप चिंता मत कीजिए, पुलिस ले जा रही है तो आपकी रक्षा भी करेगी। इसके बाद भी हत्या हो गई और कोर्ट ने कोई संज्ञान नहीं लिया।
शंकराचार्य ने कहा कि अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder Case) के बाद कोर्ट को खुद कुछ करना चाहिए था। कोर्ट के आश्वासन के बाद भी पुलिस उसकी रक्षा नहीं कर सकी है। जब कोर्ट के कहने के बाद उनके आश्वासन पर वो गया तो कोर्ट को कोई कार्रवाई तो करनी चाहिए।
शंकराचार्य ने सवाल किया कि इसका मतलब है कि कोर्ट के कहने पर कोई कुछ करे और बाद में कुछ हो जाए तो कोर्ट चुप हो जाएगा। इससे तो कल कोर्ट से लोगों का भरोसा कम हो जाएगा। शंकराचार्य ने कहा कि कोई आतताई है या आत्याचारी है तो उसका अंत होना चाहिए। लेकिन इस तरह से पुलिस नहीं होना चाहिए। इस तरह से अंत हो जा रहा है कि पुलिस की रक्षा में मार दिया जाए। इससे तो पुलिस, सरकार और कोर्ट सभी से लोगों का भरोसा ही हट जाएगा।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 मार्च को प्रयागराज के काल्विन अस्पताल में तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में कोर्ट ने दोनों को उस दौरान पुलिस कस्टडी (Police Custody) में दिया था। पुलिस दोनों को मेडिकल के लिए काल्विन अस्पाताल लेकर पहुंची थी। इसी दौरान अस्पताल के बाहर ही ताबड़तोड़ फायरिंग कर तीनों की हत्या कर दी गई थी।
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हत्याकांड के बाद पुलिस पर उठे सवाल
अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder Case) के बाद से पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, लेकिन वारदात के 10 दिन बाद भी अब तक अतीक अशरफ की सुरक्षा में तैनात किसी पुलिस वाले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पुलिस अधिकारियों पर भी सवाल उठने लगे हैं। पुलिस कस्टडी (Police Custody) में किसी की मौत के मामले में अभी तक तत्काल कार्रवाई होती रही है, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होना कई सवाल खड़े कर रहा है?
कहां है सीसीटीवी फुटेज ?
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) हो या कोई अन्य वारदात सभी की सीसीटीवी (CCTV) कुछ घंटे में ही सार्वजनिक हो जाती रही है। अतीक-अशरफ की हत्या के बाद अब तक पुलिस ने काल्विन अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) भी जारी नहीं की है। तीनों हमलावरों को पुलिस कस्टडी (Police Custody) में पूछताछ का भी कोरम पूरा किया गया। पुलिस सूत्रों का दावा है कि तीनों ने ही प्लान बनाकर हत्या की। इस बात पर किसी को भरोसा नहीं हो रहा है।
छुटभैये अपराधी इस तरह से माफिया की हत्या कर देते हैं और कोई मास्टरमाइंड नहीं है, यह बात किसी को हजम नहीं हो रही है। हमलावरों ने अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder Case) के समय ताबड़तोड़ 20 से ज्यादा गोलियां चलाईं। तीनों पर फायरिंग करना तो दूर पुलिस वालों ने अपने हथियार भी नहीं निकाले थे। उन्हें महंगे असलहे कहां से मिले इसका भी खुलासा अभी तक पुलिस ने नहीं किया है।