नई दिल्ली। अश्लील सामग्री परोसने के मामले में ट्विटर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। इसके साथ ही ट्विटर को इस मामले में एक हफ्ते के अंदर एक्शन लेने की मांग की है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को लिखित रुप से कहा है कि एक हफ्ते के अंदर माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर मौजूद सभी अश्लील सामग्रियों को हटाया जाए। इस मामले में आयोग ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को लिखित रुप से कहा है कि ट्विटर पर अश्लीलता परोसने की गहनता से जांच की जाए और इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए।
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आयोग ने ट्विटर को फटकार लगाते हुए इस मामले से संबंधित शिकायत पहले से मिलने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया। इस रवैये पर चिंता जताते हुए आयोग ने कहा कि इस तरह के प्रतिबंधित सामग्रियों को परोस कर ट्विटर ने न सिर्फ भारतीय कानून का उल्लंघन किया है। बल्कि अपनी नीतियों का भी उल्लंघन किया है। आयोग ने ट्विटर से कहा है कि वो सभी अकाउंट जिनके जरिए ऐसे कंटेंट शेयर किये जाते हैं, उन्हें अविलंब हटाया जाए।
बता दें कि इससे पहले अश्लील कंटेंट परोसने के मामले में दिल्ली पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ पॉक्सो और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को नोटिस जारी कर उसके प्लेटफॉर्म पर बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री प्रसारित किए जाने के खिलाफ उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि ट्विटर को मंगलवार को नोटिस भेजा गया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने ट्विटर के संबंधित अधिकारियों से उनके प्लेटफॉर्म पर मौजूद बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी सामग्रियों के खिलाफ उठाए गए कदमों और ऐसी सामग्री प्रसारित करने वाले खातों के बारे में जानकारी देने के लिये कहा है।
दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की थी जिसमें उसपर आरोप है कि उसने अपने मंच पर बाल पोर्नोग्राफी तक पहुंच की अनुमति दी है। पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता, यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा कानून (पॉक्सो) और सूचना प्रौद्योगिकी कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
नोटिस दिए जाने से पहले, आयोग ने पुलिस उपायुक्त (साइबर प्रकोष्ठ) अन्येष रॉय से पूछा था कि 29 मई को दिल्ली पुलिस को लिखे गए पत्र के अनुसार ट्विटर के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की गई? पत्र में आयोग ने दिल्ली पुलिस से ट्विटर के विरुद्ध मामला दर्ज करने को कहा था। हाल में आयोग द्वारा की गई जांच में पाया गया था कि बच्चों के यौन शोषण से संबंधित सामग्री ट्विटर पर आसानी से उपलब्ध है, जिसके आधार पर मामला दर्ज करने को कहा गया था।