Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. पाकिस्तान फिर उगला जहर : बोला- अब भारत को अफगानिस्तान छोड़ना ही पड़ेगा

पाकिस्तान फिर उगला जहर : बोला- अब भारत को अफगानिस्तान छोड़ना ही पड़ेगा

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। भारत के कंधार में दूतावास बंद की खबरें है। इसके बीच पाकिस्तान इस समय बेहद खुश नजर आ रहा है। एक बार फिर पाकिस्तान अपनी फितरत के अनुसार भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख राशिद ने कहा कि भारत के अफगानिस्तान के कंधार से अपने कर्मचारियों को हटाने पर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि भारत के पास अफगानिस्तान से भाग जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है। शेख राशिद ने कहा कि अफगानिस्तान में भारत की जग हंसाई हुई है। उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान में रहकर पाकिस्तान के खिलाफ पिछले 40 साल से आतंक को बढ़ावा दे रहा है।

पढ़ें :- देश के युवा कारोबारी रोहन मीरचंदानी की 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत, एपिगैमिया के थे सह संस्थापक

शेख राशिद ने दावा किया कि भारत अफगानिस्तान की जमीन से पाकिस्तान के खिलाफ आतंक फैला रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ऐसे जगह पर स्थित है जिसे चीन हो या अमेरिका कोई अनदेखा नहीं कर सकता है। वहीं भारत ने पाकिस्तानी नेताओं के इस दावे का खंडन किया है।

तालिबान पहले से ज्यादा समझदार

गृहमंत्री राशिद ने कहा कि तालिबान पहले से नया और समझदार हो चुका है। यह पूरे क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है कि वह तालिबान के साथ अपने मामले बातचीत के जरिए हल करे। तालिबान पर दबाव बनाने के लिए भारत को बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए।

इमरान ने भी दिया था विवादित बयान

पढ़ें :- पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के काफिले के साथ बड़ा हादसा, बाइक सवार को बचाने में पलटी बुलेरो

बता दें कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विवादित बयान दिया था। इमरान खान ने कहा था कि इस इलाके में अब बहुत गंभीर बदलाव होंगे। इसमें भारत ‘सबसे बड़ा लूजर’ साबित होगा। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने दावा किया था कि इस बात के साक्ष्य हैं कि भारत लाहौर में हालिया आंतकी घटना में शामिल रहा है। साथ ही अमेरिका पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में जिस तरह के बदलाव होने जा रहे हैं। उससे खुद अमेरिका को भी बहुत नुकसान होगा। उस दौरान भी पाकिस्तान पीएम इमरान खान के दावे को भारत ने पुरजोर विरोध किया था।

Advertisement