पंचांग: रविवार, 22 मई 2022
विक्रम संवत – 2079, राक्षस :
शक संवत – 1944, शुभकृतो
पूर्णिमांता – ज्येष्ठ :
अमंत मास – वैशाख
पढ़ें :- Vivah Panchami 2024 : विवाह पंचमी के दिन करें ये काम , जानें तिथि और शुभ मुहूर्त
तिथि
कृष्ण पक्ष सप्तमी – 21 मई 02:59 अपराह्न – 22 मई 01:00 अपराह्न
कृष्ण पक्ष अष्टमी – 22 मई 01:00 अपराह्न – 23 मई 11:34 पूर्वाह्न
नक्षत्र
धनिष्ठा – 21 मई 11:46 अपराह्न – 22 मई 10:47 अपराह्न
शतभिषा – 22 मई 10:47 अपराह्न – 23 मई 10:22 अपराह्न
करण
बावा – 22 मई 01:55 पूर्वाह्न – 22 मई 01:00 अपराह्न
बलवा – 22 मई 01:00 अपराह्न – 23 मई 12:13 पूर्वाह्न
कौलवा – 23 मई 12:13 पूर्वाह्न – 23 मई 11:34 पूर्वाह्न
योग
इंद्र – 22 मई 05:21 पूर्वाह्न – 23 मई 02:59 पूर्वाह्न
वैधृति – 23 मई 02:59 पूर्वाह्न – 24 मई 01:05 पूर्वाह्न
पढ़ें :- Darsh Amavasya 2024 : दर्श अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए करें पूजा , जानें महत्व और पूजा विधि
वारा
रविवर (रविवार)
त्यौहार और व्रत
कालाष्टमी
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 5:47 AM
सूर्यास्त – शाम 6:59 बजे
चंद्रोदय – 22 मई 12:35 AM
चंद्रास्त – मई 23 12:49 अपराह्न
अशुभ काल
राहु – 5:21 अपराह्न – 7:00 अपराह्न
यमगंडा – 12:23 अपराह्न – 2:02 अपराह्न
गुलिका – 3:42 अपराह्न – 5:21 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 05:14 अपराह्न – 06:07 अपराह्न
वर्ज्यम – 05:51 पूर्वाह्न – 07:25 पूर्वाह्न
शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:57 पूर्वाह्न – 12:49 अपराह्न
अमृत काल – 12:48 अपराह्न – 02:20 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:10 पूर्वाह्न – 04:58 पूर्वाह्न
पढ़ें :- Utpanna Ekadashi 2024 : उत्पन्ना एकादशी का व्रत करने से सीधे बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है, इस शुभ योग में मनाई जाएगी
आनंददी योग
मतंगा तक – 10:47 अपराह्न
राक्षस
सूर्या रसी
वृषभ (वृषभ) में सूर्य
चंद्र रासी
कुंभ राशि में प्रवेश करने से पहले चंद्रमा 22 मई, 11:12 पूर्वाह्न तक मकर राशि में भ्रमण करता है
चंद्र मास
अमंता – वैशाख :
पूर्णिमांता – ज्येष्ठ :
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – ज्येष्ठ 1, 1944
वैदिक ऋतु – वसंत (वसंत)
ड्रिक रितु – ग्रिश्मा (ग्रीष्मकालीन)
शुभ योग
द्विपुष्कर – 22 मई 05:47 पूर्वाह्न – 22 मई 01:00 अपराह्न (धनिष्ट, सप्तमी और रविवार)
चंद्राष्टम
1. मृगशीर्ष अंतिम 2 पदम, आर्द्रा, पुनर्वसु प्रथम 3 पदम