नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament winter session) के पहले ही दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर टकराव देखने को मिला, लेकिन अब लोकसभा अध्यक्ष (Lok Sabha Speaker ) ओम बिरला (Om Birla) के प्रयास रंग लाता नजर आ रहा है। ओम बिरला (Om Birla) के प्रयास के बाद सदन में गतिरोध टूट गया है। अब विपक्ष के सहयोग से सदन निर्बाध चलेगा।
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लोकसभा अध्यक्ष (Lok Sabha Speake Om Birla) की बुलाई ऑल पार्टी मीटिंग (All-Party Meeting) में ये फैसला हुआ है। इस फैसले के बाद दोपहर 3 बजे से सदन सुचारू रूप से चलेगा। विपक्ष भी सदन के कार्यवाही में सहभागिता निभाएगा। बैठक में शामिल अधीर रंजन चौधरी, टी आर बालू, सौगत रॉय, कल्याण बनर्जी, सुप्रिया सुले मौजूद रहे। इसके साथ ही पीवी मिधुन रेड्डी, नमा नागेश्वर राव, अनुभव मोहंती, पिनाकी मिश्रा, जयदेव गल्ला भी उपस्थित थे।
बता दें कि इससे पहले कृषि बिल बिना चर्चा के पास करवाने को लेकर फिर 12 सांसदों के निलंबन को लेकर सदन में गतिरोध दिख रहा था। बता दें कि अगस्त में मॉनसूत्र सत्र में हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ इस सत्र में कार्रवाई हुई है। विपक्षी सांसदों का कहना है कि ये निलंबन पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है। उनका कहना है कि सदस्य को सत्र के बाकी बचे समय के लिए निलंबित किया जाता है। मॉनसून सत्र 11 अगस्त को ही समाप्त हो गया था ऐसे में इस सत्र में निलंबन गलत है। यहां तक कि विपक्षी सांसद पूरे सत्र के बहिष्कार तक की बात कर रहे हैं।
वहीं अब संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि अगर अपने बर्ताव के लिए सांसद माफी मांगें तो निलंबन वापसी पर विचार हो सकता है। इस बीच तृणमूल की निलंबित सांसद डोला सेन ने कि मैं माफी नहीं मांगूंगी, जिन्होंने गलत फैसला किया है माफी उन्हें माननी चाहिए। संसद सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी थी। विपक्ष भी सदन के कार्यवाही में सहभागिता निभाएगा।