औरैया। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का जमकर ढिंढोरा पीटा जा रहा है लेकिन ये दावे सिर्फ कागजों में ही नजर आ रहे हैं। दरअसल, यहां पर रक्षक ही लुटेरे बन गए हैं और लूट की सनसनीखेज वारदात कर रहे हैं। ताजा मामला औरेया जिले के कोतवाली क्षेत्र के बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सराफा कारोबारी से हुई लूट का है। बुधवार तड़के बांदा के सराफा कारोबारी से लूट हुई थी। पुलिस ने इस लूट की पड़ताल की तो सर्राफा से लूटी गई चांदी कानपुर देहात के भोगनीपुर इंस्पेक्टर के कमरे से बरामद हुई।
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औरैया और कानपुर देहात एसपी ने संयुक्त छापेमारी कर इंस्पेक्टर और एक दरोगा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि पूरी रेकी के बाद इस वारदात को अंजाम दिया गया है। सटीक जानकारी पर एसपी चारु निगम ने कानपुर देहात एसपी के साथ भोगनीपुर कोतवाल अजय पाल के कमरे में दबिश दी थी। पुलिस को मौके से चांदी के थैले बरामद हुए हैं। मौके से इंस्पेक्टर अजय पाल, दरोगा चिंतन कौशिक को हिरासत में लिया है। मौके से करीब 52 किलो चांदी बरामद हुईं है। एसपी चारु निगम ने बताया कि दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
चेंकिंग के नाम रोकी थी सराफा व्यापारी की कार
बता दें कि, बांदा जिले के सर्राफा कारोबारी मनीष सोनी उर्फ सागर ने औरेया कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी। व्यापारी का आरोप था कि बुधवार वह अपनी कार से मामा के लड़के रवि सोनी, भाभाी सोनाली सोनी और बेटी आशी के साथ बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से औरैया जा रहा था। तभी तड़के करीब 2:20 पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किलोमीटर 224 व 245 के बीच एक सफेर रंग की स्कार्पियो गाड़ी थी। वहां पर कुछ पुलिसकर्मी खड़े हुए थे। असहलों से लैसे इन्होंने गाड़ी चेकिंग के लिए रोका, जिसके बाद पूरी गाड़ी की तलाश ली। आरोप था कि इस दौरान पुलिस के साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति कार की तलाशी लेने के दौरान उसमें रखी चांदी लेकर भाग गया था। इस वारदात के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो पुलिसकर्मियों की भूमिका पर संदेह हुआ, जिसके बाद पुलिस ने इस घटना में शामिल इंस्पेक्टर के कमरे में छापेमारी कर चांदी बरामद की है।
इन पुलिसकर्मियों को किया गया निलंबित
सर्राफा से हुई लूट के बाद आलाअफसरों ने निरीक्षक अजय पाल, उप निरीक्षक चिंतन कौशिक शर्मा और हेड कांस्टेबल राम शंकर यादव को निलंबित कर दिया गया है।