रांची। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत उजागर हो रही है। अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलने के कारण लोग दम तोड़ दे रहे हैं लेकिन सरकारी दावों में ये सब दुरूस्त है। इस बीच झारखंड से दिल को झकझोर देने वाली एक खबर सामने आयी है।
पढ़ें :- देश के युवा कारोबारी रोहन मीरचंदानी की 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत, एपिगैमिया के थे सह संस्थापक
यहां पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता मंगलवार रांची स्थित सदर अस्पताल का दौरा करने पहुंचे थे लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं को देखकर शर्मसार होना पड़ा। जिस वक्त मंत्री जी, अस्पताल के अंदर मरीजों का हाल ले रहे थे, तब पूरा महकमा उनकी खुशामद में लगा रहा।
उसी दौरान अस्पताल के बाहर एक मरीज ने इलाज के अभाव में अपनी बेटी के सामने दम तोड़ दिया। जब स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल के बाहर निकले, तो अपने पिता को खोने के गम में रोती बिलखती बेटी ने मंत्री जी की बोलती बंद कर दी, उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई।
युवती ने कहा कि बड़ी उम्मीद से वह अपने पिता के इलाज के लिए यहां पर आई थी लेकिन स्वास्थ्य मंत्री के दौरे के कारण उसे अस्पताल में नहीं घुसने दिया गया, जिसके चलते उन्होंने दम तोड़ दिया।