उन्नाव। यूपी के उन्नाव जिले में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई है। श्री सिंह पर एक ट्वीट के माध्यम से जन मानस को भड़काने के प्रयास का आरोप है। एसपी सिंह का ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है। इसको लेकर उन्नाव सदर कोतवाली पुलिस ने ट्वीट का संज्ञान लिया है। सदर कोतवाली में रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पर महामारी एक्ट, आपदा प्रबंधन एक्ट व आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है।
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आज उन्नाव में मेरे ऊपर गंभीर धाराओं में एक और मुक़दमा दर्ज कर दिया गया है।
उन्नाव पुलिस का कहना है की ‘तैरती लाशों’ पर मेरे द्वारा किया गया ट्वीट भ्रामक है।
योगी जी ने दो दिन में लगातार दो ‘मुक़दमे’ तोहफ़े में दिए हैं।
ये ‘यूपी मॉडल’ की पोल खोलने का इनाम है।
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— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
बता दें कि एसपी सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि 67 शवों को योगी सरकार ने गंगा के तट पर जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफन किया है। शवों का अंतिम संस्कार हिन्दू रीति रिवाज से न करना हिंदुओं के लिए कलंक जैसा है। यूपी का यह योगी मॉडल जीवित को इलाज नहीं, मृतक का अंतिम संस्कार नहीं। इसके अलावा एसपी सिंह ने एक फोटो शेयर किया है जिसमें शव गंगा में बहते हुए जा रहे हैं। एसपी सिंह का ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
माँ गंगा में तैरते 2000 शवों पर सरकार का जवाब – FIR
माँ गंगा भी तुम्हें माफ नहीं करेंगी याद रखना। pic.twitter.com/83w86raOVb
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— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
मामले में उन्नाव सदर कोतवाली पुलिस ने ट्वीट का संज्ञान लिया है। पुलिस का दावा है जो 100 शव गंगा में बहते हुए दिखाए जा रहे हैं, वह जनवरी 2014 का है।
एफआईआर के बाद उठाए सवाल
उधर एफआईआर दर्ज होने के बाद एसपी सिंह ने कई ट्वीट किए हैं, इनमें उन्होंने लिखा है कि बात सच हो गई। धारा 153, 465, 505, 21, 54 और IT Act 67 के तहत मेरे ऊपर उन्नाव पुलिस ने मुक़दमा लिख दिया है। उन्होंने पूछा है कि क्या उन्नाव में कोई लाशें नहीं तैर रहीं? क्या मुझ पर मुक़दमा कर देने से सच बदल जाएगा? मां गंगा में तैरते 2000 शवों पर सरकार का जवाब- FIR, मां गंगा भी तुम्हें माफ नहीं करेंगी याद रखना।
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ज़िलों के नाम बदलने के क्रम में मेरे योगी जी को कुछ सुझाव : ‘मुक़दमापुर, FIRगंज, अरेस्टाबाद’
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 14, 2021
सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि ज़िलों के नाम बदलने के क्रम में मेरे योगी जी को कुछ सुझाव है ‘मुक़दमापुर, FIRगंज, अरेस्टाबाद’ रख दें।