मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने अपने हालिया ट्वीट से में यह खुलासा किया है कि उन्हें संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का गोल्डन वीजा मिल गया है। गोल्डन वीजा पाने के साथ ही संजय दत्त ने यूएई के अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया है।
पढ़ें :- देश के युवा कारोबारी रोहन मीरचंदानी की 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत, एपिगैमिया के थे सह संस्थापक
गोल्डन वीजा पाकर हुए खुश
गोल्डन वीजा पाने की खुशी जाहिर करते हुए संजय दत्त ने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘मेजर जनरल मोहम्मद अल मारी की मौजूदगी में यूएई का गोल्डन वीजा पाकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इस सम्मान के लिए यूएई सरकार का शुक्रगुजार हूं।
Honoured to have received a golden visa for the UAE in the presence of Major General Mohammed Al Marri, Director General of @GDRFADUBAI. Thanking him along with the @uaegov for the honour. Also grateful to Mr. Hamad Obaidalla, COO of @flydubai for his support
pic.twitter.com/b2Qvo1Bvlc — Sanjay Dutt (@duttsanjay) May 26, 2021
पढ़ें :- पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के काफिले के साथ बड़ा हादसा, बाइक सवार को बचाने में पलटी बुलेरो
मेजर जनरल संग पासपोर्ट थामें दिखे
इस जानकारी को बताते हुए संयज दत्त ने दो तस्वीरें भी शेयर किया है। जिसमें वह पासपोर्ट पकड़े हुए मेजर जनरल मोहम्मद अल मारी के साथ नजर आ रहे हैं। बता दें कि मोहम्मद अल मारी दुबई में जनरल डायरेक्ट्रेट ऑफ रेजीडेंसी एंड फॉरेन अफेयर्स के डायरेक्टर जनरल हैं।
अक्सर दुबई आते रहते हैं संजय दत्त
संजय दत्त बॉलीवुड के उन कई सितारों में से हैं जो अक्सर दुबई आते रहते हैं। पिछले साल, उन्हें सितंबर 2020 में अपनी पत्नी मान्यता के साथ दुबई जाते हुए देखा गया था। मान्यता ने अपने दुबई ट्रिप की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थीं।
पढ़ें :- कंजर्वेटिव पार्टी सांसद प्रीति पटेल ने की मांग, कहा- चीन को राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम सूची में शामिल करे सरकार
रिपोर्ट की मानें तो, संजय दत्त का दूसरा घर दुबई में ही है। जहां उनकी वाइफ अपने दोनों बच्चों के साथ रहती हैं। बच्चे दुंबई में अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में अब संजय दत्त को जाने के लिए बार बार वीजा लेने की जरुरत भी नहीं पड़ेगी, क्योंकि अब गोल्डन बीजा पाने के बाद अब संजय दत्त यूएई में 10 साल तक रह सकते हैं।
जानें क्यूं खास है गोल्डन वीजा?
गल्फ न्यूज के मुताबिक, गोल्डन वीजा 10 साल का रेजिडेंसी परमिट है। इसकी घोषणा पहली बार 2019 में दुबई के उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और शासक हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम द्वारा निवेशकों और व्यापारियों के लिए की गई थी। 2020 में, विशेष डिग्री, डॉक्टरों, वैज्ञानिकों और प्रोफेशन के लोगों के लिए इसके परमिशन दी गई।