Shakun Shastra: सामाजिक ताने बाने में तरक्की को शुभ माना जाता है। और यदि काम बिगड़ जाय तो कहा जाता है कि यह तो बहुत अशुभ हुआ। जब किसी कार्य में बरकत दिखाई देती है तो यह कहा जाता है कि बहुत ही शुभ घड़ी में यह कार्य की नींव रखी गई थी। सदियों से हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त देखकर कार्य का शुभारंभ करने का प्रचलन चला आ रहा है। शुभ और अशुभ को लेकर समूचे विश्व में सतत चर्चा चली आ रही है। प्राचीन हिंदू धर्म ग्रंथ् शकुन शास्त्र में शकुन औ अपशकुन पर बहुत विस्तार से बताया गया है। कार्य आरंभ करते समय कुछ ऐसे संकेत मिलते है जिनके आधार पर कहा जाता है कि यह शुभ सूचक है या अशुभ सूचक है। आईये जानते है कुछ ऐसे संकेतों के बारे के बारे में जो शुभ सूचक होते है।
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1.धूल में स्नान करता हुआ कौआ यदि बोले तो भी अच्छी वर्षा होती है।
2.देव स्नान ठीक सूर्योदय के बाद किया जाता है साथ में स्नान में विभिन्न मंत्रों का भी जाप किया जाता है।
3. खाना खाने के बाद किये जाने वाले स्नान को दानव स्नान कहा जाता है।
4.सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दिन ही रात के समय स्नान करना चाहिए।
5.हंस का दर्शन तथा पंखों का फड़फड़ाना कार्य सिद्धि का संकेत माना जाता है।
6.जीवन में रंगों का बहुत महत्व है। शुभ कार्य में शुभ रंग के वस्त्र पहनने चहिए।
7.सोमवार को सफेद रंग के कपड़े पहनने से मन शीतल और शांत रहता है।
8.कौआ आपको पानी पीता हुआ दिखाई दे तो यह धन लाभ का संकेत माना जाता है।
9.ऐसा माना जाता है कि आपके कपड़ों पर विषम संख्या में बटन होने से आपको विशेष भाग्य प्राप्त होता है।
10.फटे कपड़े पहनने से शारीरिक क्षमता को नष्ट कर देता है।