लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने लगातार दूसरे दिन समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला करना जारी रखा। माया के इस बयान में अपनी पार्टी से बाहर किये गये विधायकों के समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने की अटकलों से आहत होने की बात साफ झलक रही है।
पढ़ें :- यूपी स्वास्थ्य विभाग में ब्रजेश और मुकेश की जोड़ी ही तय करती है कौन होगा CMO? बजट के अनुसार मिलता है जिला
मायावती ने गुरूवार को एक के बाद एक दो ट्वीट कर कहा कि सपा की हालत इस कदर खराब है कि उसे छोटे छोटे कार्यकर्ताओं और जनाधार खो चुके जनप्रतिनिधियों को अपने घर में जगह देनी पड़ रही है।
2. ऐसा लगता है कि सपा मुखिया को अब अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं रहा है, जबकि अन्य पार्टियों के साथ-साथ खासकर सपा के ऐसे लोगों की छानबीन करके उनमें से केवल सही लोगों को बीएसपी के स्थानीय नेता आएदिन बीएसपी में शामिल कराते रहते है, जो यह सर्वविदित है। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) June 17, 2021
पढ़ें :- बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं, मुख्यमंत्री अब निर्णय लेने लायक नहीं रह गए...नीतीश कुमार पर तेजस्वी ने साधा निशाना
उन्होंने कहा कि सपा की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि अब आए दिन मीडिया में बने रहने के लिए दूसरी पार्टी से निष्कासित व अपने क्षेत्र में प्रभावहीन हो चुके पूर्व विधायकों व छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं आदि तक को भी सपा मुखिया को उन्हें कई-कई बार खुद पार्टी में शामिल कराना पड़ रहा है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि ऐसा लगता है कि सपा मुखिया को अब अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं रहा है, जबकि अन्य पार्टियों के साथ-साथ खासकर सपा के ऐसे लोगों की छानबीन करके उनमें से केवल सही लोगों को बीएसपी के स्थानीय नेता आएदिन बीएसपी में शामिल कराते रहते है, जो यह सर्वविदित है।
बता दें कि बीते दिनों बसपा से निलंबित नौ विधायकों ने अलग अलग सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की थी, हालांकि इसे सार्वजनिक नहीं किया गया था। सुश्री मायावती को यह नागवार गुजरा और उन्होने बुधवार को भी ट्वीट कर अपनी नाराजगी का इजहार किया। इसके साथ ही धमकी दी कि यदि सपा बागी विधायकों को जगह देती है तो इसका खामियाजा उठाने के लिये उसे तैयार रहना होगा।