Sukhjinder Singh Randhawa jeevan parichay : पंजाब का मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) के नाम पर लगभग मुहर लगना तय माना जा रहा था, लेकिन ऐन वक्त पर कांग्रेस पार्टी ने चौंकाते हुए फैसला लिया। मीडिया में चल रही खबरें गलत साबित हुई ,इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का 27 वां मुख्यमंत्री चुन लिया गया है।
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सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) का जन्म 25 अप्रैल 1949 को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक तहसील के धरोवाली गांव में हुआ था। सुखजिंदर सिंह रंधावा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य हैं। वह पंजाब विधान सभा में तीन बार विधायक रह चुके हैं श्री सिंह वर्तमान समय में डेरा बाबा नानक विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
सुखजिंदर सिंह के पिता का नाम संतोख सिंह है। इनके पिता दो बार पंजाब कांग्रेस के प्रमुख के रूप में कार्य किया और अपने समय के सबसे वरिष्ठ कांग्रेसियों में से एक थे। सुखजिंदर ने अपनी मैट्रिक की शिक्षा 1975 में चंडीगढ़ के सरकारी स्कूल से पूरी की।
राजनीतिक कैरियर
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रंधावा ने पहली बार 2002 में फतेहगढ़ चुरियन से अकाली दल के निर्मल सिंह कहलों को हराकर पंजाब विधानसभा पहुंचे थे। वह 2012 में नए निर्वाचन क्षेत्र डेरा बाबा नानक से चुने गए। इसके बाद 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। वह उन 42 कांग्रेस विधायकों में से एक थे, जिन्होंने सतलुज-यमुना लिंक (Sutlej-Yamuna Link ) (एसवाईएल) जल नहर को असंवैधानिक (SYL water canal unconstitutional) रूप से समाप्त करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में कैबिनेट में जेल और सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा रह चुके हैं
सुखजिंदर रंधावा किसी जमाने में कैप्टन अमरिंदर के करीबी और वफादार माने जाते थे, लेकिन बीते दिनों पंजाब में बदले सियासी माहौल के बीच वह नवजोत सिंह सिद्धू के खेमे के नेता माने जाने लगे। पंजाब में अमरिंदर सिंह सरकार में कैबिनेट में जेल और सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा रह चुके हैं।