नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी में कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं। दरअसल, 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर इन दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ कई बैक-टू-बैक बैठकें की हैं, जिसमें कई रणनीति पर चर्चा हुई।
पढ़ें :- भाजपा की आदिवासी विरोधी मानसिकता एकदम साफ़, झारखंड के बकाए का 1.36 लाख करोड़ नहीं दिया : राहुल गांंधी
बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को कई फॉर्मूले दिए हैं। अगर कांग्रेस प्रशांत किशोर के इन फॉर्मूलों को अपनाती है तो पार्टी में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। सूत्रों की माने तो प्रशांत किशोर युवाओं को मौका देने के पक्ष में हैं। इसके साथ ही उनकी नजरें वहां पर भी हैं जहां भाजपा कमजोर है।
ऐसी कई सीटें हैं, जिसको लेकर प्रशांत किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इसका ब्यौरा दिया है। सूत्र ये भी कह रहे हैं कि प्रशांत किशोर ने गैर—गांधी परिवार के किसी को अध्यक्ष बनाने की वकालत की है। अगर ऐसा होता हे तो कांग्रेस में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
ऐसे में समझें कि कैसे प्रशांत किशोर ने अपने फॉर्मूले और रोडमैप के जरिए कांग्रेस को फिर से स्थापित करने की रणनीति बनाई है। लोकसभा चुनाव में 543 सिटें हैं। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को फॉर्मूला दिया कि उसमें देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के बजाय कांग्रेस को चुनिंदा सीटों पर अपना फोकस करें। खासकर कांग्रेस को सिर्फ उन सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए, जहां पर उसकी स्थिति पहले से मजबूत है।