नई दिल्ली। ब्रिटेन की सबसे बड़ी सिनेमा चेन ने विभिन्न शहरों में ब्रिटिश मुस्लिमों के विरोध के बाद पैगंबर मुहम्मद की बेटी ( daughter of Prophet Muhammad) की कहानी को दर्शाने का दावा करने वाली एक विवादास्पद नई फिल्म की सभी स्क्रीनिंग सस्पेंड करने का ऐलान किया है। सिनेवर्ल्ड ने कहा कि उसने सभी शो को रद्द करने का फैसला किया है।
पढ़ें :- Viral Video : भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव का आकांक्षा पुरी के साथ वर्कआउट का अश्लील वीडियो देख लोगों का खौला खून, यूजर्स ने लगा दी क्लास
एक ट्वीट में हाउस आफ लार्ड्स के सांसद बैरोनेस क्लेयर फॉक्स ने कहा कि फिल्म को सिनेमाघरों से हटाने का निर्णय “कला के लिए विनाशकारी, मुक्त भाषण के लिए खतरनाक था। उन लोगों के लिए एक सबक जो पहचान की राजनीति पर बहस करते हैं, लोकतंत्र के लिए कोई खतरा नहीं हैं।
और कुछ 3,000 लोगों ने एक ऑनलाइन प्रति-याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें यूके सिनेमाज द्वारा फिल्म का समर्थन करने का आह्वान किया गया है। यह तर्क देते हुए कि “ऑनलाइन भीड़ और धमकियों के कारण इसे नीचे ले जाना यूके जैसे एक स्वतंत्र और प्रगतिशील देश के लिए उपयुक्त नहीं है।
लाखों लोगों ने किया विरोध के हस्ताक्षर
सिनेमाघरों में कर्मचारियों और ग्राहकों की सेफ्टी सुनिश्चित करने के लिए ‘द लेडी ऑफ हेवन’ को ब्रिटेन के सभी सिनेमाघरों से फिल्म को हटाने की मांग वाली एक ऑनलाइन याचिका पर 123,000 से अधिक हस्ताक्षर हुए हैं, वहीं इस फिल्म के विरोध में कई ब्रिटिश मुस्लिम समूहों ने बयान जारी किए हैं।
पढ़ें :- Rubina Dilaik's twin daughters' first birthday: जुड़वा बेटियों के फर्स्ट बर्थडे पर शेयर की बेहद क्यूट तस्वीरें
द लेडी ऑफ हेवन का रोका गया प्रदर्शन
सिनेवर्ल्ड ने विरोध करने वाले समूहों को एक ईमेल में कहा, “द लेडी ऑफ हेवन’ (The Lady of Heaven) की स्क्रीनिंग के संबंध में हाल की घटनाओं के कारण, हमने अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश भर में फिल्म की आगामी स्क्रीनिंग रद्द करने का फैसला लिया है।” “कृपया असुविधा के लिए हम ऑनेस्टी से माफी मांगते हैं। इस फिल्म में पैगंबर मुहम्मद की बेटी लेडी फातिमा की दिल दहला देने वाली यात्रा के रूप में दर्शाया गया है।
मुस्लिमों की आपत्ति
प्रदर्शनकारियों और Change.Org पर ऑनलाइन याचिका के पीछे के लोगों ने प्रारंभिक इस्लामी इतिहास के गलत चित्रण के लिए इसकी निंदा की है और दावा किया है कि फिल्म “सभी मुसलमानों के लिए दिल दुखाने के साथ-साथ इस्लाम पर झूठी जानकारी फैलाने” के लिए बनाई गई है।विरोध करने वालों के मुताबिक यह फिल्म कई तरह से पैगंबर मुहम्मद साहब का घोर अपमान करता है, इससे हर मुसलमान को बहुत परेशानी होगी। यह रूढ़िवादी ऐतिहासिक तथ्यों को भी गलत तरीके से पेश करती है। इसके जरिेए इस्लामी इतिहास के सबसे सम्मानित व्यक्तियों का अनादर करता है। वहीं भारी विरोध के बाद इस फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया गया है।