पुलिस स्मृति दिवस: ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने उन सभी पुलिसकार्मिकों को विनम्र श्रद्धांजलि दी जो कर्तव्य का पालन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान देकर अमर हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि, पुलिसकर्मियों का ये बलिदान हमें निरंतर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा। शहीद पुलिसजनों के परिवार के सदस्यों को आश्वस्त करता हूं कि हमारी सरकार उनके कल्याण के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के लिए सदैव तत्पर रहेगी।
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उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश पुलिस बल ने कठिन परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर प्रदेश में अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने, प्रदेश में सामाजिक सौहार्द स्थापित करने और विशेषकर महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा करने में एक सराहनीय भूमिका का निर्वहन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, यूपी सरकार द्वारा 01 नवंबर 2022 से 30 सितंबर 2023 के मध्य कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिस कर्मियों के साथ-साथ केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, अन्य प्रदेशों के अर्धसैनिक बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूलरूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 140 शहीद कार्मिकों के आश्रितों को ₹38.96 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। साथ ही कहा, उत्तर प्रदेश पुलिस बल का वर्ष 2017-18 में कुल बजट ₹16 हजार 115 करोड़ 18 लाख था, जो वर्ष 2022-23 में ₹37 हजार 109 करोड़ 99 लाख हो गया।
आज लखनऊ में 'पुलिस स्मृति दिवस' के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ एवं कर्तव्य पथ पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
हमारे जांबाज पुलिस कर्मियों का सर्वोच्च बलिदान हमें निरंतर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं… pic.twitter.com/uLNiniVWxX
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— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 21, 2023
साथ ही कहा, 68 कुख्यात माफिया अपराधियों व गैंग के सदस्यों द्वारा कुरीतियों से अवैध अर्जित ₹3,650 करोड़ की सम्पत्ति का जब्तीकरण/ध्वस्तीकरण व अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया।माफिया अपराधियों की अवैध सम्पत्ति का जब्तीकरण करते हुए उनपर निर्बल वर्ग हेतु आवास भी बनाए जा रहे हैं।