खैबर पख्तूनख्वा। पाकिस्तान (Pakistan) के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (Khyber Pakhtunkhwa Province) की नन्ही शुमायला (Shumayla) ने साबित कर दिया कि प्रतिभा और मेहनत किसी हाई फाई शिक्षा की मोहताज नहीं होती। गरीबी में पली-बढ़ी यह बच्ची न केवल अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी कमाती है, बल्कि बिना स्कूल गए ही 6 भाषाओं में धाराप्रवाह बात कर सकती है। इस अभूतपूर्व हुनर को देखकर सोशल मीडिया पर लोग दंग रह गए हैं।
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बता दें कि शुमायला (Shumayla) पाकिस्तान (Pakistan) एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। उसने कभी स्कूल का चेहरा तक नहीं देखा, क्योंकि छोटी उम्र से ही वह अपने पिता का हाथ बंटाने लगी। वह लोअर दिर इलाके में सड़क किनारे मूंगफली और सूरजमुखी के बीज बेचकर गुजारा करती है। लेकिन इस संघर्ष भरी जिंदगी के बीच उसने खुद को 6 भाषाओं में निपुण बना लिया है। वह उर्दू, अंग्रेजी, चित्राली, सरायकी, पंजाबी और पश्तो जैसी भाषाओं में इतनी सहजता से बात करती है कि सुनने वाले हैरान रह जाते हैं।
मेरे पिता 14 भाषाएं जानते हैं और उन्होंने मुझे घर पर 6 भाषाएं सिखाई हैं
हाल ही में शुमायला (Shumayla) की प्रतिभा तब दुनिया के सामने आई, जब पाकिस्तानी व्लॉगर जीशान ने उसका एक वीडियो इंस्टाग्राम पर साझा किया। जीशान पेशे से डॉक्टर हैं, उन्होंने शुमायला (Shumayla) से उसकी जिंदगी और भाषाई कौशल के बारे में सवाल किए। शुमायला ने बताया कि मेरे पिता 14 भाषाएं जानते हैं और उन्होंने मुझे घर पर 6 भाषाएं सिखाई हैं। मैं स्कूल नहीं जाती, लेकिन घर पर ही पढ़ाई करती हूं।
शुमायला ने सोशल मीडिया पर मचाया तहलका ,उनके पिता की पांच पत्नियां हैं और वे 30 भाई-बहनों के साथ रहती हैं
शुमायला (Shumayla) की इस कहानी ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। कई लोगों ने उसकी प्रतिभा की तारीफ की, तो कुछ ने इस बात पर अफसोस जताया कि इतनी होनहार बच्ची को शिक्षा के उचित अवसर नहीं मिल रहे हैं। वीडियो में शुमायला को अलग-अलग भाषाओं में बात करते और पर्यटकों के साथ संवाद करते देखा जा सकता है। एक अन्य वीडियो में शुमायला ने अपने परिवार के बारे में बताया कि उनके पिता की पांच पत्नियां हैं और वे 30 भाई-बहनों के साथ रहती हैं। यह सुनकर भी लोग हैरान रह गए।