Vikramajit Maurya Jeevan Parichay: उत्तर प्रदेश की प्रयागराज के फाफामऊ विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 2017 में चुनाव जीतने वाले विक्रमाजीत मौर्य संघर्षशील राजनेता के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। क्षेत्र की जनता से उनका जुड़वा उन्हें दूसरे नेताओं से अलग बनाता है। 2017 में विक्रमाजीत मौर्य (Vikramajeet Maurya)ने सपा के अंसार अहमद को हराकर इस सीट पर कमल खिलाया था। बता दें कि, इससे पहले फाफामऊ विधानसभा सीट को नवाबगंज के नाम से जाना जाता था। 2012 के विधानसभा चुनाव से पहले इस सीट का नाम नवाबगंज से बदलकर फाफामऊ विधानसभा सीट कर दिया गया था।
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जीवन शैली…
विक्रमाजीत मौर्य मूल प्रयागराज के रहने वाले हैं। इनके पिता का नाम स्व0 श्रीराम मौर्य है। इनका जन्म फार्जिलाबाद (इलाहाबाद) 01 फरवरी, 1959 को हुआ था। इन्होंने स्नातक और एल0एल0बी0 की पढ़ाई की है। इससे पहले विक्रमाजीत मौर्य मंत्री भी रह चुके हैं। आम जनता में इनकी गहरी पैठ मानी जाती है। संघर्षशील होने के कारण उन्होंने राजनीति में भी अपनी पहचान स्थापित की।
ये है पूरा सफरनामा
पिता का नाम — स्व0 श्रीराम मौर्य
जन्म तिथि — 01 फरवरी, 1959
जन्म स्थान — फार्जिलाबाद (इलाहाबाद)
शिक्षा — स्नातक, एल0एल0बी0
विवाह तिथि — 10 जून, 1981
पत्नी का नाम — आशा देवी मौर्य
सन्तान — एक पुत्र, तीन पुत्रियां
व्यवसाय — वकालत
राजनीतिक योगदान
1991-1993 — विधान सभा के सदस्य प्रथम बार निर्वाचित
1991-1993 — विधान पुस्तकालय परामर्शदात्री समिति के सदस्य
1996-2002 — विधान सभा के सदस्य दूसरी बार निर्वाचित
1997-1998 — सदस्य, कार्य मंत्रणा समिति
1996-2002 — राज्य मंत्री आबकारी विभाग (कल्याण सिंह मंत्रिमण्डल)
मार्च, 2017 — सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य तीसरी बार निर्वाचित
विशेष अभिरूचि — जनसेवा,पर्यटन
अन्य जानकारी — जन आन्दोलन में नैनी सेन्ट्रल जेल, इलाहाबाद में बंदी रहें।