Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. बॉलीवुड
  3. Birth Anniversary: अपने स्टारडम को छोड़ Vinod Khanna Osho के आश्रम में करते थे बागवानी, ये बनी थे बड़ी वजह

Birth Anniversary: अपने स्टारडम को छोड़ Vinod Khanna Osho के आश्रम में करते थे बागवानी, ये बनी थे बड़ी वजह

By आराधना शर्मा 
Updated Date

Vinod Khanna Birth Anniversary: भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे नायाब हीरे विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का जन्म आज ही के दिन हुआ था। आज भले विनोद खन्ना (Vinod Khanna) हमारे बीच न हो लेकिन उन्हे भूल पाना नामुमकिन हैं, विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का जन्म 6 October, 1946 को पाकिस्तान में हुआ था। हिंदी फिल्म सिनेमा के बेहद हैंडसम, खुबसूरत और दमदार शख्सियत वाले अभिनेता थे।

पढ़ें :- PM मोदी ने फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' की तारीफ, बोले- फर्जी कहानियों का सच सामने आ ही जाता है...

आज हम बॉलीवुड अभिनेता विनोद खन्ना (Vinod Khanna) की जिंदगी की किताब के कुछ अनछुयें पन्नों को आपके सामने खोलने जा रहे है। जब विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का करियर अपने शिखर पर था और फिल्म इंडस्ट्री में विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का डंका बज रहा था। इसके बाद भी ना जाने क्यों विनोद खन्ना (Vinod Khanna) अपने आप को तन्हा और अकेला महसूस करने लगे थे। और इसी के चलते विनोद खन्ना (Vinod Khanna) ने सन्यास ले लिया था।

आध्यात्मिक शांति के लिए लिया था दीक्षा लेकर सन्यास

अपनी इसी आध्यात्मिक शांति (spiritual peace) के लिए उन्होंने 1982 में ओशो से दीक्षा लेकर सन्यास ले लिया था। उनके इस फैसले से पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बड़ा झटका लगा। बॉलीवुड अभिनेता विनोद खन्ना (Vinod Khanna) के इस फैसले पर लोगों को पहले तो यकीन नहीं हुआ। लेकिन जब उन्होंने फिल्मों के साइनिंग अमाउंट (Signing amount) लौटाने लगे तो प्रोड्यूसर के होश उड़ गए। जिसके बाद विनोद खन्ना (Vinod Khanna)  ने एक प्रेस कांफ्रेंस (press conference) बुला सन्यास (Renunciation) लेने वाली बात का खुलासा किया।

ओशो से थे इंस्पायर


विनोद खन्ना (Vinod Khanna) ओशो (Osho) से  इंस्पायर थे इतना ही नहीं अपनी आध्यात्मिक सफर के लिए वे अमेरिका के ओरेगन (Oregon of America) भी गए थे। आपको बता दें ओरेगन (Oregon) में ओशो (Osho) का एक बड़ा आश्रम है। आपको जान कर हैरानी होगी कि विनोद खन्ना (Vinod Khanna) ओशो के आश्रम में बागवानी का काम करते थे।

वहां रहने वाले सभी लोगों को कोई ना कोई काम करना पड़ता था। इसके चलते विनोद अपने इस काम का बेहद मस्ती के साथ किया करते थे, और सन्यास के दौरान विनोद खन्ना (Vinod Khanna) का नाम ‘विनोद भारती’ (Vinod Bharti) हुआ करता था। अपनी आध्यात्मिक शांति के लिए उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर को भी लात मार दी थी। लगभग 2-3 सालों तक विनोद खन्ना (Vinod Khanna) ने सार्वजनिक जीवन से दूरी बना ली। फिर 1985 में उन्होंने वापसी की, एक मैगजीन के कवर पेज पर उनकी तस्वीर छपी।

Advertisement