जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के प्रान्त इन दिनों हिंसा की आग मं जल रहे है। दुकानों में लूट पाट और नागरिकों पर गोलीबारी ने वहां के हालात को चिंताजनक बना दिया है। वहां के कुछ प्रान्तों में इन दिनों भारतीय और अश्वेत अफ्रीकी समुदाय के बीच तनाव चल रहा है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सीरिल रामफोसा ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पुलिस मंत्री और क्वाजुलू नटाल प्रांत के प्रमुख को डरबन शहर के लिए रवाना कर दिया है। बता दें कि डरबन में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। पिछले दिनों भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्री नालेडी पंडोर से बात कर वहां हालात को लेकर चिंता जताई थी।
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पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के जेल जाने के बाद से ही देश में जबरदस्त हिंसा फैली हुई है। सरकार ने कहा है कि इस हिंसा में अब तक 212 लोगों की मौत हो चुकी है। गुरुवार से अब तक 100 के करीब लोगों की मौत हुई है। सुपरमार्केट को की जा रही फूड पैकेट की डिलीवरी को पुलिस सुरक्षा देनी पड़ रही है, क्योंकि बड़े पैमाने पर हुई लूटपाट की वजह से खाने की कमी हो गई थी।
रामफोसा ने पुलिस मंत्री भेकी सेले और क्वाजुलू नटाल प्रांत के प्रमुख सिहले जिकालाला से कहा कि स्थिति को संभालने के लिए उक्त इलाकों में जाएं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘पुलिस मंत्री फिनिक्स जा रहे हैं। हमारे स्थानीय नेता प्रमुख, नगर के कार्यकारी समिति के सदस्य स्थिति से निपटने के लिए जा रहे हैं।’ दक्षिण अफ्रीका में व्यापक हिंसा और दंगों को लेकर चिंतित भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका की अपनी समकक्ष नालेदी पैंडोर से बातचीत की जिन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। फिनिक्स और चैट्सवर्थ दो बड़े शहर हैं जिन्हें रंगभेद वाली नीति के दौरान हजारों भारतीय नागरिकों को जबरन बसाने के लिए बनाया गया था। फिनिक्स के आसपास अब अश्वेत अफ्रीकियों के कई शहर बस चुके हैं।