लखनऊ : राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के अनेकों जनपदों में खराब मौसम के चलते बादल गरज और कडक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की वजह से बडी संख्या में हुए खराब ट्रांसफार्मर इस पर अध्ययन जरूरी और यह भी देखा जाना आवश्यक क्या पावर ट्रांसफार्मर व वितरण ट्रांसफार्मर पर लाइटनिंग अरेस्टर व आर्किंग हॉर्न लगे थे या नहीं ।
पढ़ें :- देश के युवा कारोबारी रोहन मीरचंदानी की 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत, एपिगैमिया के थे सह संस्थापक
आकाशीय बिजली की वजह से राजधानी लखनऊ में ही खराब हुए दर्जनो ट्रांसफार्मर जो चिंता का विषय है ऐसे में यह देखना जरूरी की क्या ट्रांसफार्मर पर आकाशीय बिजली के लिए लगाए गए सेफ्टी डिवाइस कम कर रहे थे अथवा नहीं और यदि कम कर रहे थे तो तकनीकी युग में उपभोक्ता परिषद भी करेगा अध्ययन।
खराब मौसम के चलते बडे पैमाने पर आकाशीय बिजली गिरने की वजह से जिन क्षेत्रों में बादल गरज और कडक के साथ आकाशीय बिजली गिरी है उसकी वजह से बडी संख्या में वितरण ट्रांसफार्मर खराब हुए राजधानी लखनऊ में ही दर्जनो ट्रांसफार्मर खराब हो गए ऐसे में इस पर तकनीकी अभियंताओं को अविलंब रिसर्च करना चाहिए की जिन ट्रांसफार्मर में खराबी आई है क्या वहां पर लाइटनिंग अरेस्टर लगा था आर्किंग हॉर्न लगा था और यदि लगा था इसके बावजूद भी आकाशीय बिजली का प्रकोप आया और आकाशीय बिजली की वजह से हाई वोल्टेज से ट्रांसफार्मर खराब हुए तो निश्चित तौर पर इस पर अध्ययन किया जाना बहुत जरूरी है अनेकों क्षेत्र में वितरण ट्रांसफार्मर पर सेफ्टी डिवाइस के रूप में आर्किंग हॉर्न लगे तो है लेकिन अगर वह क्रियाशील नहीं है तो आकाशीय बिजली के प्रकोप में आ जाते हैं उपभोक्ता परिषद भी इस पर एक अध्ययन रिपोर्ट तैयार कर बहुत जल्द ही विद्युत नियामक आयोग के सामने पेश करेगा जिससे आने वाले समय में आकाशीय बिजली के प्रकोप से ट्रांसफार्मर में आ रही तकनीकी खराबी को रोका जाए।
उत्तर प्रदेश राज विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कल जिस प्रकार से राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के अनेकों इलाकों मे बादल गरजने के साथ आकाशीय बिजली गिरी उसकी वजह से बडे पैमाने पर वितरण ट्रांसफार्मर खराब हुए हो सकता कहीं पर पावर ट्रांसफार्मर भी खराब हुए हो ऐसे में इतनी बडी संख्या में वितरण ट्रांसफार्मर के खराब होने पर निश्चित तौर पर एक अध्ययन किया जाना जरूरी है क्योंकि वितरण ट्रांसफार्मर को आकाशीय बिजली के प्रकोप से बचाने के लिए आर्किंग हॉर्न लगे होते हैं वह क्रियाशील है अथवा नहीं इसी प्रकार से पावर ट्रांसफार्मर को आकाशीय बिजली से बचाने के लिए लाइटनिंग अरेस्टर क्रियाशील थे या नहीं इन सब पहलुओं पर अध्ययन किया जाना बहुत जरूरी है क्योंकि इस प्रकार की दैवीय आपदा से जहां प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं की विद्युत आपूर्ति तो बाधित होती है इसकी वजह से आर्थिक नुकसान भी होता है इस तकनीकी युग में आकाशीय बिजली के प्रकोप से बचने के लिए अनेकों तकनीकी उपाय हैं उसे पर विचार किया जाना जरूरी है।