नई दिल्ली। खेल मंत्रालय (Sports Ministry) ने रविवार को बड़ा फैसला लेते हुए भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) को निलंबित कर दिया है। केंद्र सराकर ने कुश्ती संघ के चुनाव के बाद चुनी गई नई कार्यकारिणी के खिलाफ यह कदम उठाया है। खेल मंत्रालय (Sports Ministry) के निर्णय का स्वागत ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट (Olympic Gold Medalist) पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने किया है। उन्होंने संजय सिंह के भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष चुने के जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखकर अपना पद्म श्री अवॉर्ड वापस करने ऐलान कर दिया था। कुश्ती संघ के निलंबन के बाद बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने कहा कि वह सम्मान वापस ग्रहण करेंगे।
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बजरंग ने कहा कि यह सही निर्णय लिया गया है। जो हमारी बहन-बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है उसके खिलाफ संबंधित लोगों को पूरी तरह से हटाया जाना चाहिए। हमारे ऊपर कई इल्जाम लगाए गए। राजनीति की गई। जब हम पदक जीतते हैं तो देश के होते हैं। हम खिलाड़ी कभी भी जात-पात नहीं देखते। एक साथ एक थाली में खाते हैं।
हम चाहते हैं निष्पक्ष चुनाव
बजरंग ने कहा कि जो संघ बनाई जाती है वह खिलाड़ियों की मदद के लिए बनाई जाती है, उन्हें परेशान करने के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि हम निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं। बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने हर राज्य में अपने लोग रखे हैं। हमारी सच्चाई नहीं दिखाई गई। हम किसी तरह राजनीति से नहीं जुड़े थे। विपक्ष ने हमारा साथ दिया। हमने सरकार के लोगों को भी कहा था साथ देने के लिए। किसी ने तब साथ नहीं दिया। महिला सांसदों को खत भी लिखा था, लेकिन किसी ने साथ नहीं दिया।
पद्म श्री सम्मान करेंगे ग्रहण
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बजरंग ने कहा कि हम अपने तिरंगे के लिए खून-पसीना बहाते हैं। सैनिकों और खिलाड़ियों से ज्यादा मेहनत कोई नहीं करता। हमें देशद्रोही कहा गया। हम ऐसे नहीं हैं। हमें पुरस्कार जीतने पर मिला। हम उसे वापस ले सकते हैं। हम सम्मान वापस ग्रहण करेंगे। साक्षी के संन्यास से लौटने पर अभी कुछ नहीं कह सकता।”