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‘बाभन के चूड़ा, यादव के दही’ नये नारे के साथ राजद ने विपक्षी दलों को टेंशन में डाला

By प्रिन्स राज 
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पटना। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आगे बढ़ रही बिहार की प्रमुख राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का एक नया नारा मार्केट में आया है। अक्सर पिछड़ी जातियों की आवाज उठाने वाली पार्टी का लक्ष्य अब सर्वण विरादरी को भी अपने साथ लाना है। इसके लिए सर्वप्रथम ब्राहम्णों को अपने साथ लामबंद करने के लिए राजद ने नया नारा गढ़ा है। नारा है ‘बाभन के चूड़ा यादव के दही, जब दूनों मिली तब बिहार में सब होई सही’।

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कभी ‘भूरा बाल साफ करो’ का नारा देकर के स्वर्ण जातियों के निशाने पर रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद नया प्रयोग कर रही है। पार्टी का मकसद अपने साथ हर वर्ग को जोड़ना है। गौरतलब है कि वर्तमान समय में पार्टी की कमान पूर्ण से लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के हांथों में है। हाल ही में जब पत्रकारों ने उनसे एम वाई समीकरण पर बात किया तो उन्होंने कहा कि हम ए टू जेड के बारे में सोच रहे हैं।

उनकी इस बात से ये निकल के सामने आ रहा है कि पार्टी अब किसी दायरे में नहीं बंधना चाहती। पार्टी सबको साथ ले कर के राज्य के विकास के लिए आगे बढ़ना चाहती है। कल परशुराम जयंती है। आरजेडी के नेता और कार्यकर्ता परशुराम जंयती को इस बार काफी धूमधाम से मनाने की तैयारी में हैं, जिसे ब्राह्मणों को खुश करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।

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