नई दिल्ली। भारत को क्रिकेट का पहला वर्ल्ड कप 1983 में जिताने वाली टीम का हिस्सा रहे यशपाल शर्मा अब भले ही इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए, लेकिन अपने पीछे सफलता की इतनी गढ़ी हैं। इनका चर्चा करना जरूरी है। बता दें कि भारतीय टीम ने 1983 में उम्मीदों के विपरीत चौंकाने वाला प्रदर्शन करते हुए न केवल ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड तथा वेस्टइंडीज जैसी दिग्गज टीमों को धूल चटाया था, बल्कि भारत को विश्व चैम्पियन बनकर दिखाया था।
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बता दें कि 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम को चुनने में भी यशपाल की अहम भूमिका थी। वह सिलेक्शन कमेटी के सदस्य थे। यशपाल शर्मा पंजाब के लुधियाना शहर के रहने वाले थे। उन्होंने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कुछ दिनों तक अंपायरिंग भी की थी। बाद में उन्हें टीम इंडिया का सिलेक्टर नियुक्त किया गया था।
1983 वर्ल्डकप विजेता भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव ने कहा कि मेरे पास शब्द नहीं हैं
1983 वर्ल्डकप विजेता भारतीय टीम के कप्तान रहे कपिल देव ने कहा कि मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं उनकी मौत की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। मैं अपने को संभाल नहीं पा रहा हूं। दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि हम दोनों अच्छे दोस्ते थे। उनकी निधन की खबर पर मुझे यकीन नहीं हो रहा है।
यशपाल शर्मा विकेटकीपर के अलावा मीडियम फास्ट बॉलर भी थे। उन्होंने टेस्ट और वनडे में 1-1 विकेट भी लिया। उन्होंने क्रिकेट करियर की शुरुआत 13 अक्टूबर 1978 को वनडे से की थी। यह मैच सियालकोट में पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया था। इसके अगले साल उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में भी डेब्यू किया। यह मैच 2 अगस्त 1979 को लॉर्ड्स में खेला गया था।