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यूपी के 13 सरकारी मेडिकल कॉलेज राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान के मानकों को पूरा करने में फेल, 1300 MBBS सीटों की पढ़ाई अधर में लटकी

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग के तरफ से संचालित 13 नए मेडिकल कॉलेजों (13 New Medical Colleges)में इस सत्र 2023-24 में पढ़ाई नहीं शुरू हो पाएगी। इन मेडिकल कॉलेजों में करीब 1,300 एमबीबीएस सीटें हैं। अब इन मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले छात्रों को अगले सत्र तक इंतजार करना होगा। बता दें कि इन कॉलेजों ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (National Institute of Medical Sciences) के मानकों को पूरा नहीं किया है। मानक पूरा न होने की वजह से सत्र 2023-24 में पढ़ाई लटक गया है।

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बता दें कि, यूपी चिकित्सा शिक्षा विभाग ने राज्य सरकार द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेजों में 1,300 नई MBBS सीटें जोड़ने की घोषणा की थी।। जिसके तहत सरकार ने सत्र 2023-24 से 13 नए मेडिकल कॉलेज शुरू करने सहित प्राचार्यों की भी नियुक्ति की है। बावजूद, इन कॉलेजों में एडमिशन लिए मेडिकल स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में लटक गया है।

निर्माण में देरी से फंसा पेंच

यूपी चिकित्सा शिक्षा विभाग की तैयारी थी कि प्रदेश में इस वर्ष निर्माणाधीन 13 मेडिकल कॉलेजों (13 Medical Colleges Under Construction) में भी 100-100 सीट की मान्यता ले ली जाएगी। ऐसे में प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में 1,300 सीटें बढ़ जाती। मगर, कॉलेजों के निर्माण में लगी एजेंसियों ने सुस्ती दिखाई, जिस वजह से मामला फंस गया।

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कई कॉलेजों का 30 से 50 प्रतिशत तक ही काम पूरा

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीते 8 जून को निर्माणाधीन कॉलेजों का काम महीने भर में पूरा करने के निर्देश दिए गए थे। ये भी कहा गया था कि माहभर के भीतर निर्माण कार्य पूरा हो जाता है, तो दूसरी काउंसलिंग तक इन कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। अब ऐसा संभव नजर नहीं आ रहा। क्योंकि, अभी तक कई कॉलेजों का 30 से 50 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भवन हैंडओवर किया जाएगा। इसके बाद नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) की टीम निरीक्षण करेगी। सभी संसाधन दुरुस्त मिलने के बाद ही एमबीबीएस की सीट की मान्यता मिलेगी। दूसरी तरफ, NEET का रिजल्ट घोषित हो चुका है। 15 दिन में काउंसलिंग शुरू करानी है। ऐसे में इस सत्र में निर्माणाधीन कॉलेजों में दाखिला होना संभव नजर नहीं आ रहा।

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