13 जून 2021 का पंचांग
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विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
सूर्योदयः- प्रातः 05:13:00
सूर्यास्तः- सायं 06:47:00
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ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु
मासः- ज्येष्ठ माह
आयनः- उत्तरायण
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- तृतीया तिथि 21:41:09 तक तदोपरान्त चतुर्थी तिथि
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नक्षत्रः- पुनर्वसु 19:00:50 तक तदोपरान्त पुष्य नक्षत्र
योगः- वृद्धि 09:29:01 तक तदोपरान्त ध्रुव
दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 05:34:00 P.M से 06:23:00 P.M तक
विशेषः- रविवार को भगवान सूर्य को प्रातः ताम्बे के बर्तन में लाल चन्दन, गुड़ और लाल पुष्प डाल कर अर्घ्य देना चाहिए।
तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल नही खाना चाहिए यह तिथि यात्रा, चूड़ा कर्म, अन्नप्राशन व ग्रह प्रवेश के लिए शुभ है।
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वार: वार का आशय दिन से है। एक सप्ताह में सात वार होते हैं। ये सात वार ग्रहों के नाम से रखे गए हैं – सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।
करण: एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं – बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।