लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लिए आने वाला साल 2022 कई मायनों में खास होने जा रहा है। यह साल जहां यूपी की राजनीति (UP politics) के लिए अहम साबित होने वाला है। इस साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) जहां की राजनीति की नई दिशा को तय करने जा रहा है। तो वहीं इसी साल यूपी ब्यूरोक्रेसी (UP Bureaucracy) के लिए भारी साबित होने जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार 31 आईएएस अधिकारी (31 IAS Officers) 2022 में साल में रिटायर होने जा रहे हैं।
पढ़ें :- सड़क चौड़ी करने के लिए घर पर चला दिया बुलडोजर; सुप्रीम कोर्ट की योगी सरकार को कड़ी फटकार,5 अफसरों के खिलाफ जांच के आदेश
योगी सरकार (Yogi Government) में अहम भूमिका निभा रहे कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा व अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी सहित 31 आईएएस अधिकारी अगले साल 2022 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इनमें से कई अधिकारी ऐसे है जो विधानसभा चुनाव के दौरान या नई सरकार बनने तक रिटायर हो जाएंगें।
उत्तर प्रदेश शासन के नियुक्ति विभाग ने वर्ष 2022 में रिटायर होने वाले वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की सूची जारी कर दी है। विभाग ने सेवानिवृत्ति के समय इन सभी के देयकों के भुगतान संबंधी तैयारी के निर्देश दिए हैं। इन अफसरों में अपर मुख्य सचिव सिंचाई, जल संसाधन व परती भूमि विकास टी वेंकटेश जनवरी में ही रिटायर हो जाएंगे।
कृषि उत्पादन आयुक्त व अपर मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक सिन्हा, राजस्व परिषद के चेयरमैन मुकुल सिंघल व अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण एमवीएस रामीरेड्डी अप्रैल में रिटायर होंगे। अपर मुख्य सचिव गृह, गोपन, वीजा पासपोर्ट, कारागार प्रशासन व सुधार अवनीश कुमार अवस्थी अगस्त में सेवानिवृत्त होंगे।
ये अधिकारी बीते साढ़े चार वर्ष में शासन की केंद्रीय भूमिका में रहे हैं या हैं। इसी तरह केंद्र में काफी समय से अहम पदों पर तैनात यूपी काडर के आईएएस अधिकारियों में सचिव वित्तीय सेवाएं विभाग देवाशीष पांडा जनवरी में व सचिव कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय संजय अग्रवाल मार्च में रिटायर होंगे। सचिव खान मंत्रालय आलोक टंडन सितंबर में जबकि अपर सचिव पंचायतीराज मंत्रालय शालिनी प्रसाद दिसंबर में रिटायर होंगी।
पढ़ें :- Maharashtra elections: महाराष्ट्र के लिए महाविकास आघाडी की 5 गारंटी, बेरोजगारों को हर महीने 4,000 रुपये समेत किए ये बड़े वादे
देखें रिटायर होने वाले अधिकारियों की सूची
जनवरी : देवाशीष पांडा, टी. वेंकटेश व राजेंद्र प्रताप पांडेय
फरवरी : इफ्तेखारुद्दीन, अब्दुल शमद व अवनीश कुमार शर्मा
मार्च : संजय अग्रवाल
अप्रैल : आलोक सिन्हा, मुकुल सिंघल, एमवीएस रामीरेड्डी, प्रभात कुमार सारंगी व शमीम अहमद खान
मई : वीरेंद्र कुमार सिंह व डॉ. रमाशंकर मौर्या
जून : राजेंद्र प्रसाद, रविशंकर गुप्ता, भावना श्रीवास्तव व फैसल आफताब
जुलाई : नरेंद्र सिंह पटेल, डॉ. अजय शंकर पांडेय, दिनेश कुमार सिंह-द्वितीय व डॉ. अशोक चंद्र
अगस्त : अवनीश कुमार अवस्थी
सितंबर : आलोक टंडन व डिंपल वर्मा
अक्तूबर : डॉ. प्रदीप कुमार
नवंबर : शालिनी प्रसाद, राजन शुक्ला, राधेश्याम मिश्रा व दीप चंद्र
दिसंबर : श्रीकांत मिश्रा