लखनऊ। गोमती नगर निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एडीएम ट्रांस गोमती विश्वभूषण मिश्रा की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
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नूतन ठाकुर का दावा की बिना अवकाश लिए एडीएम ट्रांस गोमती लखनऊ विश्वभूषण मिश्रा ने डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में पीएचडी में एडमिशन लिया है। डॉ नूतन ठाकुर ने कहा कि यूनिवर्सिटी में भेदभाव किया जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले कई छात्रों को इसलिए निकाला गया कि वह रेगुलर आ नहीं रहे थे और कहीं और कार्यरत थे।
ऐसे में एडीएम ट्रांस गोमती विश्व भूषण मिश्रा द्वारा एडमिशन लिया जाना भेदभाव को जाहिर करता है, जिसको लेकर गोमती नगर निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है। अपनी शिकायत में कहा है कि मामला गंभीर है इस पर कार्रवाई हो।
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ठीक इसी तरह लखनऊ विश्वविद्यालय में 2017 में सोशियोलॉजी में रितिका सचान ने बिना कोर्स वर्क किये ही पीएचडी कार्य शुरू कर दिया और तत्कालीन हेड ने कोर्स वर्क कंप्लीशन का सर्टिफिकेट भी दे दिया। जबकि कोर्स वर्क किये बगैर न तो गाइड अलॉट होता है और न ही रिसर्च प्रस्ताव पास होता है। अब सवाल उठता है कि विषभूषण मिश्र नौकरी करते हुए कोर्स वर्क कैसे कर सकते हैं? इसके अलावा बिना सरकार की अनुमति के पीएचडी में या कहीं भी प्रवेश नहीं ले सकता है?