Israel attacks Lebanon and Yemen: इजरायल (Israeli) ने हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह (Hezbollah Chief Nasrallah) और अन्य वरिष्ठ नेताओं की हत्या करने के बाद अपने हमले को तेज कर दिया है। उसने लेबनान से लेकर यमन तक कहर बरपाया है। इजरायली वायुसेना ने रविवार को पश्चिमी यमन (Western Yemen) में बुनियादी ढांचे पर हवाई हमले किए, जिसके बारे में सेना ने कहा कि इसका इस्तेमाल हूती विद्रहियों द्वारा किया जा रहा था। साथ ही सोमवार की सुबह लेबनान की राजधानी बेरूत में आईडीएफ ने शहर की इमारत को उड़ा दिया। इजरायली हवाई हमले में तीन फिलिस्तीनी नेताओं की मौत हो गई।
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली वायुसेना (Israeli Air Force) ने यमन के बंदरगाह शहर होदेइदाह (Al Hudaydah) पर हमला किया है, जिसमें रास ईसा बंदरगाह और बिजली स्टेशनों सहित प्रमुख बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया। हूती समूह द्वारा नियंत्रित इस शहर पर 15 से अधिक इजरायली हवाई हमले हुए। जोकि हूती द्वारा इजरायल पर दागी गई मिसाइल का जवाब था। इसके बाद सोमवार को इजरायली सेना ने लेबनान की राजधानी बेरूत के कोला जिले में एक अपार्टमेंट की ऊपरी मंजिल पर हवाई हमला किया। इजरायली सेना का हिजबुल्लाह पर हमले शुरू होने के बाद सऊदी अरब ने लेबनान संघर्ष पर अपनी “गहरी चिंता” व्यक्त की है। यूएई ने देश की “संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता” का सम्मान करने का आह्वान किया है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन (पीएफएलपी) ने कहा कि कोला जिले में इजरायली हमले में उसके तीन नेता मारे गए। इसी बीच संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी ने बताया है किलेबनान में चल रहे इजरायली हवाई हमलों से बचने के लिए कुल 70,000 लोगों ने सीरिया में शरण ली है। इस संख्या में लेबनानी नागरिक और सीरियाई दोनों शामिल हैं जो पहले लेबनान चले गए थे लेकिन अब अपने देश लौट रहे हैं।