नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) भी बीजेपी और उसके सहयोगियों को निशाना बनाने वाले विपक्षी नेताओं की कतार में शामिल हो गए हैं। एक्स पर पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र (Democracy) के दुश्मन वे लोग हैं जो एक व्यक्ति का शासन लाना चाहते हैं। देश का नारा होना चाहिए ‘जय जवान, जय किसान, जय संविधान’ जब संविधान की बात आती है तो कोई पक्ष या विपक्ष नहीं होना चाहिए। सभी को एक तरफ, एक आवाज़ में होना चाहिए। संविधान (Constitution) सिर्फ एक किताब नहीं है, यह नींव भी है।
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⁃ देश का नारा: जय जवान, जय किसान, जय संविधान होना चाहिए।
⁃ संविधान को लेकर कोई पक्ष-विपक्ष नहीं होना चाहिए। सब एक तरफ़, एक मत होने चाहिए।
⁃ संविधान सिर्फ़ किताब नहीं बुनियाद भी है।
⁃ एक लोकतंत्र के लिए सबसे दुखद बात ये है कि संसद में संविधान को बचाने पर बहस हो रही है, जबकि…
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 6, 2025
लोकतंत्र के लिए सबसे दुखद बात यह है कि संसद में संविधान (Constitution) बचाने पर बहस हो रही है, जबकि चर्चा देश को संविधान के अनुसार आगे बढ़ाने पर होनी चाहिए। संविधान पर संकट असल में लोकतंत्र पर संकट की परछाई है। जो लोग संविधान को कमजोर करना चाहते हैं, वे लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि देश संविधान के अनुसार चलना चाहिए, न कि किसी की निजी मर्जी से। संविधान (Constitution) अधिकार देता है और जो लोग अधिकारों को कुचलना चाहते हैं, वे संविधान को नकारने की कोशिश करते हैं। मैंने यह कई बार कहा है और आज फिर कह रहा हूं, संविधान ही संजीवनी (Sanjeevani) है। इसमें देश को अच्छा बनाने और अच्छा बनाए रखने की शक्ति है। संविधान लोकतंत्र का कर्म ग्रंथ है। इसीलिए, हमारे लिए संविधान ही कर्म ग्रंथ है। देश संविधान के हिसाब से चलना चाहिए, न कि किसी की निजी मर्जी से।