आतंकवाद के खिलाफ जंग में दुनिया को एक और सफलता मिलती नजर आ रही है। खबर है कि अमेरिका की तरफ से किए गए ड्रोन हमले में अल कायदा के प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की मौत हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बात की जानकारी दी। खास बात है कि साल 2011 में ओसामा बिन लादेन के खात्मे के बाद इसे बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।
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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को जवाहिरी की मौत के बारे में जानकारी दी। व्हाइट हाउस से दिए गए संबोधन में बाइडन ने कहा, ‘अब न्याय हो गया है और अब यह आतंकी नेता नहीं रहा।’ आतंकी के सिर पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम था। खबर है कि वह भी 11 सितंबर 2001 में हुए हमले में शामिल रहा था, जिसमें करीब 3000 लोगों की मौत हो गई थी। रॉयटर्स के अनुसार, गोपनीयता की शर्त पर अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर रविवार सुबह ड्रोन स्ट्राइक की थी।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान अमेरिका खुफिया अधिकारियों को इस बात का भरोसा था कि मारा गया शख्स जवाहिरी था। हमले में किसी और की मौत नहीं हुई है।
हाल ही में कई बार जवाहिरी की मौत की अफवाहें सामने आई थीं। वहीं, यह भी कहा जा रहा था कि वह लंबे समय से बीमार है। अब आतंकी नेता की मौत से सवाल उठ रहे हैं कि क्या अगस्त 2021 में काबुल पर तालिबान के नियंत्रण हासिल करने के बाद उसे शरण मिली हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने बताया कि तालिबान के अधिकरियों को शहर में उसकी मौजूदगी की जानकारी थी।