देहरादून। उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य और उसके परिवार पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी कड़ा कदम उठाते पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य और उसके भाई अंकित आर्य को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके साथ ही अंकित आर्य को आयोग के पद से हटा दिया गया है।
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इसके बाद भी अब पुलकित के पिता विनोद आर्य ने बेटे का बचाव में बेशर्म बयान देते नजर आए। उन्होंने किसी भी जांच हुए बिना अपने बच्चे को करेक्टर सार्टिफिकेट देते नजर आए। उन्होंने कहा कि पुलकित सीधा सादा बच्चा है, उसका ध्यान बिजनेस पर था। हालांकि नेतागिरी का दांव चलते हुए कहा कि वह इस मामले में जांच में पूरा सहयोग देने को तैयार हैं। विनोद आर्य ने कहा कि पुलकित काफी समय से उनके साथ नहीं रह रहा था। पुलकित आर्य मेरा बेटा है, लेकिन काफी दिनों से मुझसे अलग रह रहा था और हम जिम्मेदार लोग हैं।
अंकिता मामले में आरोपी के पिता का बेशर्म बयान, कहा- "मेरा बेटा सीधा है, वह बस अपने काम से मतलब रखता है" #PulkitArya #ankitabhandari pic.twitter.com/qP6J8jRBHJ
— priya singh (@priyarajputlive) September 24, 2022
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उन्होंने कहा कि हमने यह तय किया है कि जब तक जांच पूरी न हो और हमारे पद का दुरुपयोग न हो, इस कारण मैंने कल भारतीय जनता पार्टी के सभी पदों से त्याग पत्र दे दिया है। हम जांच में पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि दूध का दूध और पानी का पानी हो और अंकिता को भी इंसाफ मिले और पुलकित आर्य को भी इंसाफ मिले। उन्होंने कहा कि किसी भी अपराध में पुलकित का नाम नहीं आया और अभी भी ऐसी कोई बात नहीं है। वह सीधा साधा बालक है, अपने काम से काम रखता है। बिजनेस में उसका ध्यान है।
विनोद आर्य ने कहा कि मेरी जानकारी में नहीं है कि पार्टी ने हमें निष्कासित किया है। हमने तो कल ही त्यागपत्र दे दिया था। अंकित ने भी त्यागपत्र कल दे दिया था। उन्होंने कहा कि जो रिसोर्ट बना हुआ है, वह पूरी तरह लीगल है। फैक्ट्री के नाम पर उसको नहीं बनाया गया है। जिला प्रशासन जांच करे, अच्छी बात है। अगर हम कहीं गलत हैं तो वह हमारे खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। हम उसके लिए तैयार हैं। बताया जा रहा है कि घटना की जांच को लेकर हरिद्वार स्थित विनोद आर्य के घर पर जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम पहुंची है। अधिकारियों की टीम ने विनोद आर्य के घर के सामने नापजोख की है। विनोद आर्य के घर पहुंचने वाली टीम में राजस्व, विकास प्राधिकरण और नगर निगम के अफसर शामिल हैं। वहीं जिला प्रशासन ऐसी किसी जांच से इनकार कर रहा है।