नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के तीनों कृषि कानूनों के वापसी के ऐलान कर चुके हैं। इसके बाद भी किसानों का विरोध प्रदर्शन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच राकेश टिकैत (Rakesh Tikait ) ने ऐलान किया है कि आगामी 29 नवंबर को किसान संसद मार्च (Farmer Parliament March) करने को तैयार हैं। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait ) ने कहा कि 1000 लोग और 60 ट्रैक्टर संसद की ओर कूंच करेंगे।
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किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait ) ने कहा कि सरकार ने घोषणा की है तो वो प्रस्ताव ला सकते हैं, लेकिन MSP और 700 किसनों की मृत्यु भी हमारा मुद्दा है। सरकार को इस पर भी बात करनी चाहिए। टिकैत ने कहा कि आगामी 26 जनवरी से पहले तक अगर सरकार मान जाएगी तो हम चले जाएंगे। चुनाव के विषय में हम चुनाव आचार संहिता (Election code of conduct) लगने के बाद बताएंगे।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait ) ने कहा कि आगामी 29 नवंबर को ट्रैक्टर उन रास्तों से जाएंगे जो रास्ते सरकार ने खोले हैं। हम पर इल्जाम लगा था कि हमने रास्ते बंद कर रखें हैं। हमने रास्ते बंद नहीं किए। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait ) ने कहा कि सड़कों को ब्लॉक करना करना हमारे आंदोलन का हिस्सा नहीं है। हमारा आंदोलन सरकार से बात करने का है। हम सीधे संसद जाएंगे।
राकेश टिकैत (Rakesh Tikait ) का बयान ऐसे समय में आया है, जब पीएम मोदी (PM Modi) खुद कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल (central cabinet) बुधवार को कृषि कानूनों पर वापसी को लेकर अपनी मंजूरी दे सकता है। कृषि कानून निरसन विधेयक को लेने की उम्मीद है। इसे संसद के शीतकालीन सत्र(winter session) में पेश किए जाने की संभावना है।