Atiq-Ashraf Murder Case: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस सुरक्षा में हुई हत्या को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। दोनों की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी घटना पर पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं। इस बीच अतीक और अशरफ की हत्या मामले में दो एसआईटी का गठन किया गया है। पहली एसआईटी एडीजी जोन प्रयागराज, पुलिस कमिश्नर प्रयागराज और डायरेक्टर एफएसए की अगुवाई में गठित की गई है। वहीं, दूसरी एसआईटी प्रयागराज पुलिस ने शाहगंज थाने में दर्ज हुए मर्डर के केस में गठित की है।
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तीन हत्यारों ने की वारदात
बता दें कि, माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या तीन आरोपियों ने की। तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। रात साढ़े 10 बजे के बाद अतीक और अशरफ को उस वक्त गोली मारी गई जब वो दोनों मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गए थे। मीडियाकर्मी बनकर आए तीन हमलावरों ने दनादन गोलियां बरसाईं। एक पुलिसकर्मी और एक पत्रकार भी इस घटना में घायल हुआ था।
शवों को दफनाया गया
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई के शव को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया। इस दौरान वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था। कब्रिस्तान में जाने के लिए पुलिस ने लोगों की पूरी चेकिंग की, जिसके बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच अतीक और अशरफ के शव को सुपुर्द-ए-खाक किया गया है।
दोनों बेटों के साथ पहुंची थीं बहनें
बता दें कि, अतीक अहमद के दोनों बेंटे एहजम और अबान के साथ अतीक की बहनें भी वहां पर पहुंची थीं। इस दौरान वहां पर बड़ी संख्या में अतीक के कई रिश्तेदार भी कब्रिस्तान आए थे।