लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को देखते हुए बड़ा निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि, पूरे प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर संचालकों-मालिकों को अपना नाम और पहचान बतानी होगी। उन्होंने कहा कि, कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया गया है। इसके अलावा हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के बाद अब सियासत शुरू हो गयी है। विपक्षी दलों के नेताओं ने इसको लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
पढ़ें :- सपा का परिवारवाद, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी वाली राजनीति फिर नहीं लौटेगी : केशव मौर्य
यूपी व उत्तराखण्ड सरकार द्वारा कावंड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानों पर मालिक व स्टाफ का पूरा नाम प्रमुखता से लिखने व मांस बिक्री पर भी रोक का यह चुनावी लाभ हेतु आदेश पूर्णतः असंवैधानिक। धर्म विशेष के लोगों का इस प्रकार से आर्थिक बायकाट करने का प्रयास अति-निन्दनीय।
— Mayawati (@Mayawati) July 19, 2024
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि, यूपी व उत्तराखण्ड सरकार द्वारा कावंड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानों पर मालिक व स्टाफ का पूरा नाम प्रमुखता से लिखने व मांस बिक्री पर भी रोक का यह चुनावी लाभ हेतु आदेश पूर्णतः असंवैधानिक। धर्म विशेष के लोगों का इस प्रकार से आर्थिक बायकाट करने का प्रयास अति-निन्दनीय।