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बसंत पंचमी: इस दिन भूल कर भी न करें ये 5 काम, मां सरस्वती हो जातीं हैं रुष्ट

By आराधना शर्मा 
Updated Date

नई दिल्ली: पुरे देश में 16 फरवरी को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा। यह पर्व हर साल माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था। इस वजह से बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधि विधान से आराधना की जाती है।

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आपको बता दें, शास्त्रों के अनुसार, बसंत पंचमी के पावन दिन पर कुछ खास बातों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं बसंत के दिन किन बातों का ध्यान करना चाहिए…

रंग-बिरंगे वस्त्र न करें धारण

बसंत पंचमी के दिन रंग-बिरंगे वस्त्र न धारण करें, बल्कि पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए। बसंत पंचमी के दिन पीले रंग की खास अहमियत है। यह रंग मां सरस्वती को प्रिय है। इसलिए इस दिन विद्या की देवी को पीले रंग के कपड़े अर्पित करें।

गलती से भी नहीं काटें पेड़-पौधे

बसंत पंचमी के दिन वृक्षों को भूलकर भी नहीं काटना चाहिए। दरअसल, यह पर्व प्रकृति में बदलाव का संकेत माना जाता है। इस दिन प्रकृति में बसंत ऋतु का सुंदर तथा नवीन वातावरण पूरी प्रकृति में छा जाता है

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बिना नहाएँ न करें भोजन

बसंत पंचमी के दिन बिना नहाएँ भोजन नहीं करना चाहिए, संभव हो तो इस दिन मां सरस्वती के लिए उपवास रखें। धार्मिक दृष्टि से बसंत पंचमी का त्यौहार बहुत ही अहम है। यह त्यौहार ज्ञान एवं सुरों की देवी मां सरस्वती को समर्पित है।

मन में न लाएं किसी के प्रति बुरे विचार

शास्त्रों में बसंत पंचमी को विद्यारंभ और अन्य तरह के मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ मुहूर्त माना गया है। बसंत पंचमी के दिन किसी को अपशब्द नहीं कहना चाहिए तथा ना ही किसी के प्रति मन में बुरे विचार लाने चाहिए।

मांस-मदिरा से रहें दूर

बसंत पंचमी के दिन लोगों को सात्विक जीवन व्यतीत करना चाहिए तथा मांस-मदिरा के सेवन से दूर रहना चाहिए। साथ ही इस दिन शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए, बल्कि ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।

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