नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत सोमवार से होने वाली है। उससे पहले केंद्र सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक का उद्देश्य संसद के शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए पार्टियों के बीच सहमति बनाना है।
पढ़ें :- बेलगावी में CWC की बैठक: रणदीप सुरजेवाला बोले-कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी एक नए सत्याग्रह के लिए एकजुट होगी
गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं, लेकिन महाराष्ट्र चुनाव में जीत के बाद यकीनन सत्ताधारी भाजपा को थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है।
25 नवंबर से शुरू हो रहे सत्र के हंगामेदार रहने के आसार
सर्वदलीय बैठक का आयोजन संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया है। इस बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, शिवसेना, बीजद और अन्य पार्टियों के नेता शामिल हो सकते हैं। शीतकालीन सत्र सोमवार यानी 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के दौरान विपक्ष सरकार को वक्फ संशोधन विधेयक, मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर घेरने की कोशिश करेगा। वहीं उद्योगपति गौतम अदाणी पर अमेरिका द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर भी विपक्ष केंद्र पर हमलावर है।