रामपुर। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान की मुसीबतें कम नहीं हो रहीं हैं। इस बार मामला उनकी जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़ा है, जहां पर शत्रु संपत्ति कब्जाने को लेकर प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की जा रही है। रामपुर की मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी आजम खान की ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है। सपा सरकार के कार्यकाल में इस यूनिवर्सिटी की संग-ए-बुनियाद रखी गई थी। ये यूनिवर्सिटी सबसे ज्यादा अखिलेश यादव की सरकार में चर्चा में आई।
पढ़ें :- जिन्होंने अपने घर नहीं बसाये पता नहीं वो दूसरों के घर गिराकर किस बात का बदला ले रहे...अखिलेश यादव का योगी सरकार पर निशाना
दरअसल, आजम खान अखिलेश कैबिनेट में सबसे ज्यादा ताकतवर मंत्री रहे थे। आरोप है कि, आजम खान ने यूनिवर्सिटी के लिए किसानों के अलावा कई सरकारी जमीनों पर भी अपनी मनमानी से कब्जा कर चार दीवारी के अंदर शामिल कर लिया। हालांकि, प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद आजम खान की लगातार मुश्किलें बढ़ती चलीं गईं। यही नहीं, प्रशासनिक अमले ने यहां से पूर्व में किसानों की और ग्राम समाज की जमीनों को भी पूर्व में दखल देकर कब्जा मुक्त कराया है।
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी अब एक बार फिर से चर्चा में है। प्रशासनिक अमला इसकी चारदीवारी में दाखिल हुआ है जहां पर 13 हैक्टेयर जमीन को खाली कराने की कवायत शुरू हो चुकी है। इस शत्रु संपत्ति को यूनिवर्सिटी परिसर में जगह-जगह चिन्हित किया जा रहा है। बताया जा रहा है हाई कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासनिक अमला इस कार्रवाई को लेकर एक्टिव नजर आ रहा है।
रिपोर्ट – रुपक त्यागी