नई दिल्ली। Facebook की पेरेंट कंपनी Meta ने इस साल साउथ-ईस्ट एशिया और मिडिल ईस्ट के स्कैम सेंटर से दो मिलियन से ज्यादा अकाउंट्स बंद कर दिए हैं। ये अकाउंट्स क्रिमिनल ऑर्गनाइजेशन से जुड़े थे, जो लोगों को धोखा देकर उनके अकाउंट्स का गलत इस्तेमाल करते हैं जैसे कि “Pig Butchering। ये गिरोह मैसेजिंग ऐप्स, डेटिंग साइट्स, सोशल मीडिया और क्रिप्टो ऐप्स का इस्तेमाल कर लोगों को ठगता है।
पढ़ें :- लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर झूठा ज्ञान देकर बुरी तरह फंसे मेटा कंपनी के मालिक मार्क जकरबर्ग, संसदीय समिति करेगी तलब
एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा मेटा
इन सबको रोकने के लिए मेटा कानून प्रवर्तन एजेंसियों और अन्य कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहा है और कड़े कदम उठा रहा है। बता दें कि फेसबुक पर करोड़ों लोग जुड़े हुए हैं, जिसका इसका इस्तेमाल इंस्टैंट मैसेजिंग के लिए किया जाता है,लेकिन साइबर फ्रॉड इस ऐप का इस्तेमाल कर लोगों को अपना निशाना बन रहे हैं और उनके साथ स्कैम कर रहे हैं।
जानें क्या है ‘पिग बुचिरिंग’ स्कैम?
स्कैमर्स आए दिन टेक्स्ट मैसेज, डेटिंग ऐप्स, सोशल मीडिया और ईमेल के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। इन्हीं स्कैम में से एक है ‘पिग बुचिरिंग.’ इसके तहत स्कैमर्स लोगों से ऑनलाइन दोस्ती करते हैं उन्हें किसी स्कीम में पैसे इन्वेस्ट करने के लिए मनाते हैं। इस तरह के स्कैम ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में होती है। फिर स्कैमर्स लोगों का पैसा गायब कर देते हैं. Meta इन स्कैमर्स से लड़ने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है।
पढ़ें :- ChatGPT Down : अब OpenAI का चैटजीपीटी भी डाउन, कामकाज में आई रुकावट,सोशल मीडिया पर दिखा यूजर्स का गुस्सा
DOI पॉलिसी
Dangerous Organizations and Individuals (DOI) policy- इसके तहत स्कैमर्स के अकाउंट्स को बैन कर उन पर कार्रवाई की जाती है. इसका उद्देश्य स्कैम एक्टिविटीज को रोकना, अकाउंट्स हटाना, और डिटेक्शन मेथड्स को बेहतर बनाना है. स्कैम्स को रोकने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया जाता है, ताकि स्कैमर्स को रोका जा सके.