नई दिल्ली। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत देश की सबसे बड़ी चुनौती उभरी है। देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता को तेज करने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की।
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इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के साथ-साथ अस्पतालों में रोगियों की देखभाल के लिए आवश्यक उपकरणों की तत्काल आवश्यकता है। इसको देखते हुए पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों से कहा कि वो ऑक्सीजन और मेडिकल सप्लाई को बूस्ट करने के लिए तालमेल में काम करें।
केंद्र सरकार ने जानकारी दी कि ऑक्सीजन और ऑक्सीजन से संबंधित उपकरणों के आयात पर अगले तीन महीनों के लिए तत्काल प्रभाव से कस्टम ड्यूटी हटा दी है। वहीं स्वास्थ्य सेस को भी हटाने का फैसला लिया गया है। पीएम मोदी ने राजस्व विभाग को निर्देश दिए हैं कि ऐसे उपकरणों के कस्टम क्लियरेंस को सुनिश्चित करें। इसके अलावा भारत सरकार ने यह भी कहा कि अगले तीन महीने कोरोना वैक्सीन के आयात पर तत्काल प्रभाव से बेसिक कस्टम ड्यूटी को हटाने का फैसला लिया गया है।
10 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन आयात करने का फैसला
इस बीच, केंद्र सरकार ने 10 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन आयात करने का फैसला किया है। देश में जारी ऑक्सीजन कट से निपटने के लिए शनिवार को यह निर्णय किया गया। संभवतः अगले सप्ताह से अमेरिका से ये मिलने लगेगी। बता दें, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खुली हवा से ऑक्सीजन तैयार कर सप्लाई करती है। यह मशीन सीधे हवा से प्रति मिनट पांच लीटर मेडिकल ऑक्सीजन तैयार करती है। इसके लिए सिलेंडर की जरूरत नहीं रहती। मरीज को मशीन से लगातार ऑक्सीजन मिलती रहती है।